इंदिरा गांधी के जीवन पर आधारित मधुर भंडारकार की फिल्म ‘इंदु सरकार’ पर कांग्रेसी कार्यकर्ताओं ने ऐतराज जताया है। बताया गया कि फिल्म के प्रमोशन को लेकर शनिवार को महाराष्ट्र के पुणे स्थित एक होटल में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस बुलाई गई थी जहां कांग्रेसी कार्यकर्ताओं काफी हंगामा मचाया जिसके चलते प्रेस कॉन्फ्रेंस रद्द कर दी गई।
Photo Courtesy: Inn khabarभंडारकर ने इससे पहले कहा था कि उनका एजेंडा इस फिल्म के जरिए किसी राजनीतिक विचारधारा का प्रचार करना नहीं है। यह फिल्म 1975 में देश में लगाए गए आपातकाल पर आधारित है। सीमक्षकों द्वारा सराही गई कई फिल्में पहले भी सेंसर बोर्ड की आपत्ति के दायरे में आ चुकी हैं। फिल्म के निर्माता मधुर भंडारकर ने कहा कि कांग्रेस सहित सभी लोग जो उनकी रिलीज होने वाली फिल्म ‘इंदु सरकार’ को लेकर चिंतित हैं, उन्हें ‘बेतुकी मांगें’ करने की बजाय सरकार द्वारा नियुक्त सेंसर बोर्ड को फैसला लेने देना चाहिए।
आपको बता दे कि कांग्रेस के कई नेताओं के विरोध के बाद हाल ही में संजय गांधी की बेटी होने का दावा करने वाली एक महिला ने भी आरोप लगाया था कि यह फिल्म कांग्रेस के दिवंगत नेता और उनकी मां तथा पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को गलत रूप में पेश करती है। प्रिया सिंह पॉल ने कहा कि फिल्म में गलत रूप में पेश की गयी चीजों के कारण वह चुप्पी तोड़ने पर मजबूर हुई।