पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के कई हिस्सो में स्थानीय निवासी और नेताओं ने मिलकर आतंकवादी कैंप के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया है। यह विरोध प्रदर्शन पीओके के मुजफ्फराबाद, कोटली, चिनारी, मीरपुर, गिलगित, डायमर व नीलम घाटी के इलाकों में किया गया।
आतंकी कैंपों के खिलाफ प्रदर्शन में स्थानीय नेताओं और लोगों का कहना था कि इन कैंपों की वजह से उनकी जिंदगी ‘नर्क’ जैसी हो गई है।
पीओके में मुजफ्फराबाद, कोटली, चिनारी, मीरपुर, गिलगित, दियमेर और नीलम घाटी के निवासियों का दावा है कि इस इलाके में आतंकियों के प्रशिक्षण के लिए चलाई जा रही कैंपों की वजह से उनकी जिंदगी काफी प्रभावित हुई है।
पीओके में यह विरोध प्रदर्शन ऐसे समय देखने को मिल रहा है, जब पाकिस्तान ने एलओसी के पार इस इलाके में आतंकी शिवरों पर भारतीय सेना के सर्जिकल स्ट्राइक के दावों को खारिज किया है।
एनडीटीवी की खबर के अनुसार, प्रदर्शनकारियों ने पाकिस्तान सरकार और सुरक्षा बलों से इन आतंकी शिविरों को नष्ट करने के लिए कदम उठाने की मांग की। ऐसे ही एक प्रदर्शनकारी कहते है, ‘आतंकियों को शरण देने से किसी समस्या का समाधान नहीं होने वाला।’ वहीं एक अन्य चेतावनी देते हुए कहते हैं कि अगर दियामेर, गिलगित, बसीन में इन शिविरों को खत्म नहीं किया गया, तो हालात अपने हाथ में लेने को मजबूर हो जाएंगे।