वायरल ऑडियो ने खोली सबरीमाला पर भाजपा की साजिश की पोल! केरल BJP अध्यक्ष ने माना- ‘मंदिर के पुजारी को उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की अवमानना करने का दिया था आदेश’

0

केरल के प्रसिद्ध भगवान अयप्पा मंदिर के कपाट सोमवार (5 नवंबर) शाम को विशेष पूजा के लिए कुछ घंटों के लिए एक बार फिर से खोला गया। हालांकि, सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बावजूद केरल के इस मंदिर में 10 से 50 साल के बीच की महिलाओं का प्रवेश अब भी संभव नहीं हो पाया है। ऐसा तब है जब राज्य सरकार ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले को देखते हुए मंदिर में आने वाली महिलाओं को सुरक्षा देने का वादा किया था।

इस बीच केरल बीजेपी प्रमुख पीएस श्रीधरन पिल्लई का एक कथित वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने से सबरीमाला पर ध्रुवीकरण और तेज हो गया है। सीपीएम और आरएसएस से जुड़े कई संगठन आमने-सामने आ गए हैं। पिल्लई इस वीडियो में कह रहे हैं कि बीजेपी ने सबरीमाला में महिलाओं के प्रवेश के खिलाफ पहले से ही योजना बना रखी है। साथ ही वायरल ऑडियो में वह ये कहते सुनाई दे रहे हैं कि सबरीमाला विवाद बीजेपी के लिए “सुनहरा मौका” था।

केरल के बीजेपी अध्यक्ष श्रीधरन पिल्लई का कथित ऑडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। वायरल ऑडियो में वो कहते सुनाई दे रहे हैं कि सबरीमाला के पुजारी ने उनसे सलाह ली थी कि 10 से 50 साल की कोई महिला मंदिर में घुसने की कोशिश करेगी तो वह कपाट बंद कर देंगे।

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह ऑडियो क्लिप पिछले दिनों कोझीकोड में आयोजित बीजेपी युवा मोर्चा के कार्यक्रम का है, जिसे पिल्लई ने संबोधित किया था। ऑडियो में श्रीधरन पिल्लई कथित तौर पर कह रहे हैं कि मुख्य पुजारी कुंडारारु राजीवारु मंदिर के द्वार बंद करने को लेकर दुविधा में थे। उन्हें कोर्ट की अवमानना का डर था, लेकिन उनसे (पिल्लई से) बात करने के बाद उन्होंने मंदिर का मुख्य द्वार बंद करने का फैसला लिया।

पिल्लई कहते हैं, “तांत्रिक समुदाय को बीजेपी और उसके राज्य प्रमुख में अधिक विश्वास है। जब महिलाएं सबरीमाला में प्रवेश करने वाली थीं, तो उन्होंने मुझसे बात की। मैंने उसे एक शब्द कहा और यह संयोग से सच हो गया। वह मंदिर के दरवाजे बंद करने को लेकर थोड़ा परेशान था कि कहीं ऐसा कर वह अदालत की अवमानना के दायरे मे ना आ जाए। उस दौरान मैं भी उन लोगों में शामिल था, जिनसे उसने संपर्क किया था। ”

ऑडियो में बीजेपी अध्यक्ष आगे कहते हैं, “मैंने उससे कहा कि वह अकेला नहीं है। अगर अवमानना का मामला चलेगा तो हमारे खिलाफ पहले चलेगा। उनका साथ देने क लिए हजारों लोग होंगे। हमारी बात पर उसने एक मजबूत फैसला किया। उस निर्णय ने वास्तव में पुलिस को कहीं का नहीं छोड़ा था और प्रशासन परेशान था। हमें आशा है कि वह इसे फिर से दोहराएंगे। बाद में, पहले मैं आरोपी बना और वह अदालत की अवमानना का दूसरा आरोपी बना। इसके बाद उनका आत्मविश्वास बढ़ गया।”

इस ऑडियो पर मुख्यमंत्री पिनराई विजयन ने कहा कि लोगों को बीजेपी का गेम प्लान समझना चाहिए। मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन ने कहा कि बीजेपी की घृणित राजनीति का पर्दाफाश हो गया है। सबूत सामने आ गया है कि राज्य में बीजेपी नेताओं ने सबरीमाला को लेकर विवाद पैदा किया। यह बात भी दर्ज किया जाना चाहिए कि इसमें बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष स्वयं भी शामिल थे। यह बेहद निंदनीय है।

ऑडियो क्लिप वायरल होने के बाद, पिल्लई ने सफाई देते हए कहा कि वह एक राजनीतिक नेता और कानूनी सलाहकार के रूप में पुजारी को कानूनी राय दे रहे थे। लेकिन उन्होंने “सुनहरे अवसर” शब्द के उपयोग पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। आपको बता दें कि मंदिर में माहवारी आयु वर्ग की महिलाओं के प्रवेश को मंजूरी देने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सबरीमला में पिछले महीने प्रदर्शन हुए थे।

 

Previous articleशाहरुख खान की फिल्म ‘जीरो’ में धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप, सिख समुदाय के लोगों का भड़का गुस्सा
Next articleलखनऊः मैच से एक दिन पहले एकना क्रिकेट स्टेडियम का नाम बदलकर अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर रखा गया