कवि कुमार विश्वास होली के दिन एक अलग रंग में नज़र आये जब उन्होंने टीवी कैमरों के सामने रंगों के त्यौहार पर एक कविता पढ़ डाली। लेकिन इस कविता की ख़ास बात ये थी कि उन्होंने अपनी पूरी परफॉरमेंस के दौरान हाल के राजनितिक घटनाक्रम पर कटाक्षों की बौछार कर डाली।
PHOTO: GOOGLEअपने पूर्व मित्र और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल पर निशाना साधते हुए विश्वास ने कहा, “आधी रात को बाबू पिट गए ठप्प पड़ी सरकार, कुछ भी पूछो एक ही उत्तर मोदी ज़िम्मेदार। ”
खुद को आम आदमी पार्टी का लालकृष्ण अडवाणी कहते हुए विश्वास ने कहा , “हम से पूछो कैसे करते अपने सत्यानाश, भरी जवानी में अडवाणी होने का अहसास। जोगीरा सारा रारारा…!!! ”
उन्होंने अपनी पार्टी पर निशाना साधते हुए राज्यसभा सांसद सुशिल गुप्ता का भी ज़िक्र किया लेकिन उनका ज़िक्र करते समय विश्वास ने 100 करोड़ रूपये और अजगर सांप का उल्लेख किया। उन्होंने कहा, ” जंतर मंतर वाली अग्नि पूछ रही मैं कौन, अजगर वाले गुप्त दान पर मफलर वाला मौन। ”
आम आदमी द्वारा के बारे में आगे उन्होंने कहा, “कांग्रेस के गधे चार गए आंदोलन की घास, सौ करोड़ में बेच दिया जनता का विश्वास। ”
नीरव मोदी द्वारा बैंक घोटाले और मोदी सरकार द्वारा उसे देश से बहार भागने में विफलताpar, विश्वास ने कहा , “माल्या-नीरव ले कै भग गए सोता चौकीदार, कुछ भी पूछो एक ही उत्तर नेहरू ज़िम्मेदार। जोगीरा सारा रारारा…!!! ”
अपनी कविता में विश्वास ने राहुल गाँधी को भी अपना निशाना बनाया और कहा की किस तरह कांग्रेस के 48 वर्ष के ‘युवा’ नेता न तो अपने लिए ‘बहु’ और नहीं पार्टी केलिए ‘बहुमत’ ढूंढ़ने में कामयाब रहे हैं।