यौन शोषण के आरोप का सामने कर रहे केरल सीपीआई(एम) विधायक के बचाव में राज्य की महिला पैनल प्रमुख ने बेहद की अजीबोगरीब बयान दिया है। बता दें कि डेमोक्रैटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया (डीवाईएफआई) की एक महिला नेता ने सीपीआई(एम) विधायक पीके शशि पर यौन शोषण करने की कोशिश का आरोप लगाया है। इस पर केरल राज्य महिला आयोग प्रमुख एमसी जोसेफिन ने आरोपों का खंडन करने की कोशिश करते हुए कहा कि ‘हम सभी इंसान हैं, गलतियां हो जाती हैं।’
केरल महिला आयोग की अध्यक्ष एमसी जोसेफिन ने कहा, ‘हम सभी इंसान हैं, गलतियां हो जाती हैं। पार्टी के अंदर मौजूद लोगों ने इस तरह की गलतियां की हैं।’ यह बातें उन्होंने मामले पर क्या कार्रवाई करने के सवाल पर कहीं। पीके ससी पर पिछले हफ्ते एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था लेकिन राज्य महिला आयोग प्रमुख का कहना है कि वह कोई कार्रवाई नहीं कर सकते क्योंकि अभी तक शिकायत दर्ज नहीं की गई है।
उन्होंने कहा, हमें कोई शिकायत नहीं मिली है। स्वत: संज्ञान वाले मामलों में भी हमें कम से कम बेसिक जानकारियां चाहिए जैसे कि शिकायत की प्रकृति क्या है जिसे या तो मीडिया या फिर पीड़िता खुद उजागर कर सकती है। ऐसे मामले में यह नहीं हो सकता, तो हम कैसे मामला दर्ज कर सकते हैं?
हालांकि, राष्ट्रीय महिला आयोग ने इस मामले में केरल पुलिस से इसकी जांच करने को कहा है। जोसेफिन का कहना है कि पार्टी अंदरुनी तौर पर इस मामले से निपट सकती है। उन्होंने कहा, यह पार्टी का फैसला है। मार्कसिस्ट पार्टी के पास इस तरह की शिकायतों से निपटने के लिए अपनी प्रणाली है। यह कोई नई बात नहीं है। अपनी स्थापना के समय से ही पार्टी इस तरह की शिकायतों से निपटती आ रही है।
दरअसल एक महिला ने सीपीआईएम विधायक पीके शशि पर यौन शोषण के आरोप लगाए हैं। सीपीआई(एम) ने एक बयान जारी कर कहा था कि उसे पार्टी के विधायक के खिलाफ 14 अगस्त को यौन शोषण की शिकायत मिली है। जिसके बाद इस मामले की जांच के आदेश दे दिए गए हैं।