मुख्यमंत्री केजरीवाल ने CBI कोर्ट के फैसले पर आश्चर्य जताया है। उन्होंने सवालिया लहजे में एक ट्वीट किया। उन्होंने पूछा कि यूपीए का पतन कराने वाले इस घोटाले की जांच में क्या सीबीआई ने जानबूझकर गड़बड़ की है?
उन्होंने लिखा है, “2जी घोटाला बड़े घोटालों में एक है। इसने देश को हिला दिया था और यूपीए सरकार का पतन होने में बड़ी भूमिका निभाई थी। लेकिन आज उसके सभी आरोपी बरी हो गए। क्या सीबीआई ने इसका जांच में जान-बूझकर गड़बड़ी की है? जनता जवाब मांग रही है।”
2G scam is one of the biggest scams. It rocked the country n was one of the reasons for UPA’s downfall. Today everyone goes scot free. Did CBI mess up the case? Intentionally? People need answers
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) December 21, 2017
आपको बता दे कि विशेष अदालत ने अपने फैसले में कहा कि अभियोजन इस मामले में आरोपियों के खिलाफ आरोप साबित करने में बुरी तरह विफल रहा है। विशेष न्यायाधीश ओ पी सैनी ने फैसले में पूर्व संचार सचित सिद्धार्थ बेहुरा, राजा के पूर्व निजी सचिव आर के चंदोलिया, स्वान टेलीकॉम के प्रमोटर्स शाहिद उस्मान बलवा और विनोद गोयनका, यूनिटेक लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संजय चन्द्रा और रिलायंस अनिल धीरूभाई अंबानी समूह आरएडीएजी के तीन शीर्ष कार्यकारी अधिकारी गौतम दोशी, सुरेन्द्र पिपारा और हरी नायर सहित 15 अन्य आरोपियों को भी बरी कर दिया गया।
गौरतलब है कि दिल्ली की CBI कोर्ट ने गुरुवार को 1.76 लाख करोड़ रुपए के 2जी घोटाले के सभी आरोपियों को बरी कर दिया है। CBI की चार्जशीट पर विशेष अदालत ने साल 2011 में मामले के 17 आरोपियों के खिलाफ आरोप तय किए थे।
वहीं इस मसले पर आप पार्टी प्रवक्ता आशुतोष ने संवाददाता सम्मेलन आयोजित कर कहा, ‘अगर सीबीआई इस मामले में साक्ष्य नहीं जुटा पाई तो क्या भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और प्रधानमंत्री मानते हैं की टूजी स्पेक्ट्रम आवंटन में कोई घोटाला ही नहीं हुआ है?, ये जवाब भाजपा को देश को देना ही होगा। पूरे देश को प्रधानमंत्री को अब बताना चाहिए की क्यों सीबीआई कोई मजबूत साक्ष्य नहीं जुटा पाई। क्या भाजपा की कांग्रेस से कोई डील हुई है?, क्योंकि देश इस बात को नहीं मानेगा की टूजी का कोई घोटाला हुआ ही नहीं है।’