पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में अलगाववादियों पर कार्रवाई के संकेतों के बीच जेकेएलएफ (जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट) प्रमुख यासीन मलिक को शुक्रवार देर रात मायसूमा स्थित आवास से हिरासत में लिया गया है। पुलिस ने यासीन मलिक को कोठीबाग थाने में रखा है।

अधिकारियों ने बताया कि पुलिस एवं अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। हालांकि, अभी किसी और के हिरासत में लिये जाने की पुष्टि नहीं की गई है। बताया जा रहा है कि अनुच्छेद 35-ए पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई शुरू होनी है। ऐसे में सुरक्षाबलों ने एहतियात के तौर पर यह कार्रवाई की है।
इस बीच घाटी में पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। पुलिस यासीन को कोठीबाग थाने ले गई। ख़बरों के मुताबिक, शनिवार को यासीन मलिक को राज्य से बाहर भेजा जा सकता है।
बता दें कि इससे पहले जम्मू-कश्मीर सरकार ने पुलवामा हमले के बाद सख्त कदम उठाते हुए घाटी के 18 हुर्रियत नेताओं और 160 राजनीतिज्ञों को दी गई सुरक्षा वापस ले ली थी।
गौरतलब है कि 14 फरवरी की शाम जम्मू कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, हर कोई शहादत को नमन कर रहा है।