मध्य प्रदेश में जारी सियासी घटनाक्रम के बीच मुख्यमंत्री कमलनाथ ने फ्लोर टेस्ट से पहले अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि, इससे पहले मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह ने भी हार स्वीकार करते हुए कहा था कि सरकार के पास जरूरी संख्या नहीं है। बता दें कि, 22 बागी विधायकों के इस्तीफे स्वीकार करने के बाद से ही कमलनाथ सरकार अल्पतमत में आ गई थी।

कमल नाथ ने शुक्रवार को मीडिया से बात करते हुए कहा कि, आप जानते हैं कि जब सरकार बनी तो पहले ही दिन से साजिश शुरू कर दी। उन्होंने कहा कि आज हमारे 22 विधायकों को कर्नाटक में बंधक बनाने का काम किया गया। करोड़ो रुपये खर्च कर खेल खेला गया। एक महाराज और भाजपा ने लोकतांत्रिक मूल्यों की हत्या की है। प्रदेश के साथ धोखा करने वाले लोभियों और बागियों को जनता माफ नहीं करेगी।
उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए आगे कहा कि, कई बार हमने विधानसभा में बहुमत साबित किया है। 15 महीनों में हमने किसानों का कर्जा माफ किया। भाजपा ने हमारी सरकार के साथ साजिश करके किसानों को धोखा दिया है। उन्होंने आगे कहा कि, मैंने राजनीतिक जीवन में कुछ मूल्यों का पालन किया है और मैं मूल्यों का पालन करते रहेंगे। मैं सिर्फ इतना ही कहना चाहता हूं कि वह कभी सफल नहीं होंगे।


















