सुप्रीम कोर्ट के पूर्व न्यायाधीश जस्टिस मार्कण्डेय काटजू ने भोपाल केन्द्रीय कारागार से कथित तौर पर भागे सिमी के 8 सदस्यों के एन्काउन्टर को फर्जी बताया है।
जस्टिस काटजू ने अपने आधिकारिक फेसबुक पेज पर लिखा- “जहाँ तक मुझे जानकारी प्राप्त हुयी है कथित एनकाउंटर फेक है। जो भी इसके लिए ज़िम्मेदार है, ना केवल वो जिन्होंने इसे अंजाम दिया है, बल्कि आदेश देने वाले वरिष्ठ अधिकारीयों और नेताओं को भी मौत की सजा दी जानी चाहिए ।” उन्होंने अपनी पोस्ट में प्रकाश कदम बनाम रामप्रसाद विश्वनाथ गुप्ता केस का हवाला भी दिया।
जस्टिस काटजू ने आगे लिखा, दूसरे विश्वयुध्द के बाद नूरेमबर्ग ट्रायल्स के दौरान नाजी युध्द अपराधियों ने ये दलील दी की आर्डर तो आर्डर होता है लेकिन उनकी याचिका खारिज कर दी गई थी और अधिकतर को फांसी की सजा हुई थी । इसलिए जो पुलिस वाले सोचते है कि वे न्यायिक हत्या कर सकते हैं उन्हे मालूम हो कि फंदा उनके इंतजार में है।
From what I could gather, the so called #SIMI 'encounter' in Bhopal was fake, and all those responsible for it, must be given death sentence pic.twitter.com/13GdscKPMK
— Markandey Katju (@mkatju) October 31, 2016