अयोध्या बाबरी विध्वंस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेता लाल कृष्ण आडवाणी समेत 32 आरोपियों को बरी करने वाले सीबीआई की विशेष अदालत के पूर्व न्यायाधीश सुरेंद्र कुमार यादव को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल द्वारा उत्तर प्रदेश राज्य का अगला उप लोकायुक्त नियुक्त कर दिया गया है। वह राज्य के तीसरे उप लोकायुक्त हैं।
सीबीआई की विशेष अदालत के न्यायाधीश के रूप में यादव ने पिछले साल सितंबर में मामले पर अपना फैसला सुनाया था, जिसमें सभी 35 अभियुक्तों को बरी कर दिया गया था। इसमें आडवाणी के अलावा मुरली मनोहर जोशी, विनय कटियार, उमा भारती और कल्याण सिंह भी शामिल थे। कोर्ट ने माना था कि यह कोई सुनियोजित नहीं, बल्कि अचानक से हुई घटना थी।
साल 2019 के सितंबर महीने में ही वह लखनऊ के जिला और सत्र न्यायाधीश के पद से रिटायर होने वाले थे, लेकिन चूंकि वह साल 2015 से इस मामले की सुनवाई कर रहे थे इसलिए फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर उनकी इस समयावधि का विस्तार किया गया था।
विशेष न्यायाधीश (अयोध्या प्रकरण) के रूप में वह साल 2017 से मामले की दैनिक सुनवाई कर रहे थे। अन्य दो डिप्टी लोकायुक्त शंभू सिंह यादव हैं, जिन्हें 4 अगस्त 2016 को नियुक्त किया गया था और दिनेश कुमार सिंह हैं, जिन्हें 6 जून 2020 को नियुक्त किया गया था। इस पद का कार्यकाल आठ वर्ष का है।
सुरेंद्र कुमार यादव जौनपुर के रहने वाले हैं.उन्होंने काशी हिंदू विश्वविद्यालय,वाराणसी से लॉ में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था। उन्होंने अपने कैरियर की शुरुआत 8 जून 1990 को अयोध्या में अपर मुंसिफ मजिस्ट्रेट के पद से की थी। बाद में वे तमाम जिलों में एसीजेएम, सीजेएम और अपर जिला जज जैसे ओहदों पर रहे। अब उन्हें राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने उप लोकायुक्त के पद पर नियुक्त किया। (इंपुट: IANS के साथ)