गुजरात के जूनागढ़ में जयहिंद अखबार के ब्यूरो चीफ किशोर दवे की हत्या से सनसनी फैल गई है। इस मामले में आरोप भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सीनियर नेता रतिलाल सूरज के बेटे भावेश सूरेजा पर लगा है।
रतिलाल गुजरात में मोदी सरकार में कृषि मंत्री रह चुके हैं।
किशोर दवे के परिजनों का कहना है कि पिछले एक साल से किशोर दवे और डॉ. भावेश सुरेजा के बीच झगड़ा चल रहा था। डॉ. भावेश सुरेजा के खिलाफ एक महिला ने यौन शोषण का आरोप लगाया था। जिसे पत्रकार किशोर दवे ने अपने अखबार में प्रकाशित किया था। इसके बाद भावेश ने किशोर के खिलाफ मनहानि का केस भी किया था।
किशोर की हत्या उनके ऑफिस में की गई, जहां रात करीब साढ़े 9 बजे बदमाश चाकू लेकर दाखिल हुए और उन पर ताबड़तोड़ हमले कर दिए जिसमें उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंचीं। पुलिस ने वारदात-स्थल का जायजा लेने के बाद मृतक पत्रकार के शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया, फिलहाल पुलिस जांच कर रही है।
परिवार वालों के मुताबिक, किशोर दवे को पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां भी दी गई थीं। बताया जाता है कि सोमवार शाम करीब साढ़े नौ बजे जूनागढ़ के वनजारी चौक स्थित एक कॉम्प्लेक्स में किशोर अपने दफ्तर में काम कर रहे थे। तभी कुछ अज्ञात हमलावरों ने उनके ऊपर छुरी से हमला कर दिया। किशोर दवे की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। जब किशोर दवे का सहायक ऑफिस आया तब सबसे पहले उसने खून में सनी लाश
गुजरात पुलिस हत्या मामले की तहकीकात में जुट गई है। हत्या मामले में डॉ. भावेश सुरेजा के खिलाफ शिकायत दर्ज की गई है।किशोर दवे के भाई प्रकाश दवे ने पत्रकारों को बताया की हत्या रतिलाल सुरेजा और उनके बेटे डॉ. भावेश सुरेजा ने ही करवाई है। प्रकाश ने आरोप लगाया कि डॉ. भावेश सुरेजा के गुंडे पहले भी कई बार जान से मारने की धमकियां दे चुके थे। उन्होंने बताया कि इस संबंध में पहले से ही पुलिस में लिखित शिकायत की गई थी और डॉ. भावेश से जान का खतरा बताया गया था।