झारखंड की 81 विधानसभा रिजल्ट के रुझानों में जेएमएम-कांग्रेस-आरजेडी गठबंधन को बहुमत मिलता दिख रहा है। राज्य में बहुमत का आंकड़ा 41 है। राज्य में गठबंधन को सत्तारूढ़ भाजपा पर मिलती बढ़त के मद्देनजर सोमवार को राकांपा ने कहा कि प्रदेश के लोगों ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के अध्यक्ष अमित शाह के ‘अहंकार’ को चूर-चूर कर दिया है।
फाइल फोटोहाल ही में एनडीए का साथ छोड़ने वाली शिवसेना ने भी भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि झारखंड विधानसभा चुनाव के रुझानों ने स्पष्ट कर दिया है कि लोगों को अमित शाह नीत पार्टी की राष्ट्रीय नागरिक पंजी जैसे भावनात्मक मुद्दों वाली राजनीति रास नहीं आ रही है।
राकांपा के मुख्य प्रवक्ता नवाब मलिक ने सोमवार को ट्वीट करते हुए लिखा, ‘‘झारखंड की जनता ने मोदी जी, अमित शाह और बीजेपी के अहंकार को चकनाचूर कर दिया। लोकतंत्र की जीत हुई।’’
झारखण्ड की जनता ने
मोदी जी ,अमित शाह और बीजेपी के अहंकार को चकनाचूर कर दिया
लोकतंत्र की जीत हुई।#Jharkhand #JharkhandAssemblyElections#JharkhandElectionResults @MumbaiNCP @MumbaiNCP @PTI_News @ANI— Nawab Malik نواب ملک नवाब मलिक (@nawabmalikncp) December 23, 2019
शिवसेना की प्रवक्ता मनीषा कयानडे ने कहा कि महाराष्ट्र में सत्ता पाने में असफल रहने के बाद भाजपा जब झारखंड में भी चुनाव हारती नजर आ रही है। इससे सवाल उठता है कि क्या लोगों को अब अमित शाह नीत पार्टी पर भरोसा है या नहीं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने (भाजपा ने) पहले जनता से कहा कि वे विकास की राजनीति करेंगे, लेकिन अब वे असल मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए लोगों को भावनात्मक मुद्दों पर उलझा रहे हैं… ऐसा लगता है कि उन्हें एनआरसी जैसे मुद्दे उठाने का नुकसान हुआ है।’’
दोपहर तक प्राप्त झारखंड विधानसभा चुनाव के रुझान के अनुसार, झामुमो-कांग्रेस-राजद गठबंधन कुल 81 में से 42 सीटों पर अगे चल रहा है। सत्तारूढ़ भाजपा 28 सीटों पर आगे है। खुद मुख्यमंत्री रघुबर दास अपने निकटतम प्रतिद्वन्द्वी, निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय से जमशेदपुर (पूर्व) सीट पर पीछे हैं। झारखंड में 30 नवंबर से 20 दिसंबर तक पांच चरणों में विधानसभा चुनाव संपन्न हुए।