अभिनेत्री से राजनेता बनीं जयाप्रदा ने समाजवादी पार्टी (सपा) के वरिष्ठ नेता और रामपुर के विधायक आजम खान पर प्रताड़ित करने के गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने कहा कि कैसे लोगों ने राजनेता अमर सिंह के साथ उनके नाम जोड़ा। जिंदगी में एक वक्त ऐसा भी था जब खुदकुशी करने की सोची थीं। जया ने कहा, “कई लोगों ने जीवन में मेरी मदद की है और उनमें से एक अमर सिंह जी है। वे मेरे गॉडफादर हैं। मैं अगर अमर सिंह को राखी भी बांध दूंगी तो भी लोग उनके बारे में गलत बात करना बंद नहीं करेंगे।’

समाचार एजेंसी पीटीआई से बातचीत के दौरान जयप्रदा ने बताया, ‘‘डायलिसिस से आने पर सिर्फ अमर सिंह जी मेरे साथ खड़े हुए, मेरा समर्थन किया। आप उनके बारे में क्या सोचते हैं? गॉडफादर या फिर कोई और? यदि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं तब क्या लोग बातें करना बंद कर देंगे? लोग क्या कहते हैं मुझे परवाह नहीं”। उन्होंने कहा कि पुरूष प्रधान इस व्यवस्था में किसी महिला के लिए नेता बनना असली चुनौती है। जयाप्रदा ने कहा, ‘‘एक पार्टी से सांसद रहने के दौरान भी मुझे नहीं बख्शा गया। आजम खान ने मुझे प्रताड़ित किया।
अपने जमाने की मशहूर अभिनेत्री रह चुकीं जयाप्रदा ने कहा, ‘मुलायम सिंह जी ने मुझे एक बार भी फोन नहीं किया’। उन्होंने कहा कि जब उनकी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, तब उन्होंने आत्महत्या करने तक की सोची थी। जयाप्रदा ने कहा, ‘अमर सिंह डायलिसिस पर थे और मेरी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे क्षेत्र में फैलाया जा रहा था। मैं रो रही थी और कह रही थी कि अब मुझे और नहीं जीना है, मैं आत्महत्या करना चाहती हूं। मैं सदमे में थी और किसी ने मेरा समर्थन नहीं किया”।
जयाप्रदा ने कहा, ‘एक पार्टी से सांसद रहने के दौरान भी मुझे नहीं बख्शा गया। आजम खान ने मुझे प्रताड़ित किया। उन्होंने मुझ पर तेजाब हमला कराने की कोशिश की। मुझे नहीं पता था कि मैं अगले दिन जिंदा भी रहूंगी या नहीं।’ जयाप्रदा ने कहा, ‘मणिकर्णिका फिल्म में वे जो कुछ भी दिखा रहे हैं, मैं उस जैसा महसूस कर रही हूं। एक महिला दुर्गा का अवतार भी ले सकती है।’
जयाप्रदा ने दावा किया, ‘जिस परिस्थिति में मैं एक महिला के तौर पर आजम खान के साथ चुनाव लड़ रही थी, उस समय मुझ पर तेजाब हमला और मेरी जान को खतरा था। जब कभी मैं घर से बाहर जाती मैं अपनी मां को यह भी नहीं बता सकती थी कि मैं जिंदा लौटूंगी या नहीं।’ उन्होंने कहा कि उनका समर्थन करने को तब कोई नेता सामने नहीं आया। जयाप्रदा ने कहा, ‘मुलायम सिंह जी ने मुझे एक बार भी फोन नहीं किया।’ उन्होंने कहा कि जब उनकी तस्वीरों में विद्वेषपूर्ण बदलाव कर उसे सोशल मीडिया पर वायरल किया गया, तब उन्होंने आत्महत्या करने तक की सोची थी।
उत्तर प्रदेश के रामपुर से लोकसभा की पूर्व सदस्य ने सपा से निष्कासित किए जाने के बाद अमर सिंह के साथ राष्ट्रीय लोक मंच बनाया था। जयाप्रदा ने अमर सिंह के साथ अपने संबंधों के बारे में नकारात्मक बातें किए जाने पर कहा, ‘मेरे जीवन में कई लोगों ने मेरी मदद की है और अमर सिंह जी मेरे गॉड फादर हैं।’ उन्होंने कहा कि आप उनके बारे में क्या सोचते हैं? गॉडफादर या फिर कोई और? यदि मैं उन्हें राखी भी बांध दूं तब क्या लोग बातें करना बंद कर देंगे? लोग क्या कहते हैं मुझे परवाह नहीं है।


















