जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ जिले में गुरुवार (1 नवंबर) को संदिग्ध आतंकियों ने ने भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के प्रदेश सचिव अनिल परिहार और उनके भाई की गोली मारकर हत्या कर दी। आतंकियों ने रात करीब साढ़े 8 बजे किश्तवाड़ जिले के तपल गली इलाके में अनिल परिहार और उनके भाई अजीत परिहार को गोली मार दी।
आतंकियों ने दोनों को उस समय गोली मार दी, जब वे अपने घर की ओर जा रहे थे। घायलावस्था में दोनों को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। इस बीच घटना के विरोध में इलाके में तनाव फैल गया और लोगों ने अस्पताल के बाहर प्रदर्शन किया। प्रदेश बीजेपी प्रवक्ता सुनील सेठी ने इस घटना की निंदा करते इसे बुजदिलीभरा और आतंकवादी कृत्य करार दिया।
अधिकारियों ने बताया कि बीजेपी की राज्य इकाई के सचिव अनिल परिहार और उनका भाई अजीत किश्तवाड़ में अपनी दुकान से लौट रहे थे इसी दौरान उन पर करीब से गोलीबारी की गई। हत्या के बाद किश्तवाड़ में कर्फ्यू लगा दिया गया है। कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना बुलाई गई है।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने बीजेपी नेता और उनके भाई की हत्या पर दुख एवं हैरानी जताई। उन्होंने कहा कि अपराधियों को कानून के हवाले करने में पुलिस कोई कसर नहीं छोड़ेगी। उन्होंने एक ट्वीट में कहा, “जम्मू-कश्मीर प्रदेश बीजेपी नेता अनिल परिहार और उनके भाई की हत्या से स्तब्ध एवं दुखी हूं। मेरी संवेदनाएं शोकसंतप्त परिवार के साथ हैं।”
Shocked & pained by the killing of J&K State BJP leader Sh. Anil Parihar & his brother. My heart goes out to the bereaved family. Spoke to Advisor to J&K Governor, Sh Vijay Kumar regarding the incident. The police will leave no stone unturned to bring the perpetrators to justice.
— राजनाथ सिंह (@rajnathsingh) November 1, 2018
इससे पहले, जिला प्रशासन ने स्थानीय लोगों द्वारा प्रदर्शन किए जाने के बाद कर्फ्यू लगा दिया था। कर्फ्यू लगाने का आदेश जिलाधिकारी एएस राणा ने दिया। स्थानीय निवासियों द्वारा प्रदर्शन किए जाने और पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई किए जाने के चलते जिले में तनाव बढ़ गया था, जिसके चलते अधिकारियों को सीआरपीसी की धारा 144 के तहत निषेधाज्ञा जारी करनी पड़ी।
अधिकारियों ने बताया कि हालात बिगड़ने के बाद कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए सेना बुलाई गई है। संभागीय आयुक्त (जम्मू) संजीव वर्मा ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है। बीजेपी के अलावा माकपा विधायक एमवाई तारीगामी, कांग्रेस की जम्मू-कश्मीर इकाई के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने भी हत्या की निंदा की।
उन्होंने हमले को, “वीभत्स और दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया और राज्य में बदतर होती कानून व्यवस्था की ओर इशारा किया. नेकां के प्रदेश अध्यक्ष देवेंद्र सिंह राणा ने हत्या की कड़ी निंदा करते हुए इसे, “बर्बर, अमानवीय और बेहद दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया। हमले की सूचना पाकर मौके पहुंची पुलिस ने हत्या मामले में जांच शुरू कर दी है। वैसे अभी तक हमलावर की पहचान नहीं की जा सकी है।
परिहार की मौत पर दुख जताते हुए नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने ट्विटर पर अपनी संवेदना व्यक्त की। उमर ने घटना के बाद ट्वीट करते हुए लिखा, ‘यह एक बुरी खबर है। मेरी संवेदनाएं अनिल और अजीत परिहार के परिवार और उनके साथियों के साथ है। ईश्वर दोनों ही मृतकों की आत्मा को शांति दे।’
Very sad news. My condolences to Anil & Ajit Parihar’s family & colleagues. May their souls rest in peace. https://t.co/r6PkFnnvKv
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) November 1, 2018


















