जल्लीकट्टू को बैन किए जाने के विरोध में आज (शुक्रवार को) चेन्नई में सुबह से लेकर शाम तक 12 घंटों का बंद है. स्कूल कालेजों से लेकर बाज़ार कारोबार और निजी दफ्तर आज जल्लीकट्टू के समर्थन में बंद है।
Photo: NDTVसिर्फ चेन्नई या तमिलनाडु नहीं बल्कि जल्लीकट्टू के समर्थन में कर्नाटक से लेकर दिल्ली और अब श्रीलंका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया में भी प्रदर्शन हो रहे हैं।
जल्लीकट्टू के मुद्दे पर उमड़े लाखों लोगों के जन सैलाब के दबाव में अब तमिलनाडु सरकार ने अध्यादेश लाने का फैसला किया है। मुख्यमंत्री ओ पन्नीरसेल्वम ने इसका ऐलान कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अध्यादेश का प्रस्ताव तैयार है, जोकि केंद्रीय गृह मंत्रालय को भेज दिया गया है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, राष्ट्रपति की मंजूरी मिलने के बाद इसे राज्यपाल कर्नल विद्यासागर राव के पास भेजा जाएगा। राज्यपाल के अनुमोदन के बाद एक-दो दिन के भीतर अध्यादेश लागू कर दिया जाएगा, जिसके बाद राज्य में एक या दो दिनों में जल्लीकट्टू का अयोजन शुरू कर दिया जाएगा।
संगीतकार ए आर रहमान आज उपवास पर हैं तो कमल हासन और रजनीकांत भी जल्लीकट्टू के समर्थन में उतर गए हैं।आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर भी जल्लीकट्टू पर प्रतिबंध के खिलाफ हैं।
अटार्नी जनरल मुकुल रोहतगी ने भी कहा कि सांड़ों को काबू पाने के इस खेल के साथ पारंपरिक बर्ताव करने के लिए राज्य सरकार के पास कानून लागू करने की शक्ति है। पूर्व जस्टिस मार्कंडेय काटजू ने सीएम पनीरसेल्वम को सलाह दी है, जल्लीकट्टू एक खेल है। इसलिए तमिलनाडु सरकार खुद एक अध्यादेश जारी कर इस शर्त के साथ जल्लीकट्टू को वैध बना सकती है।
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#WATCH: Chennai's Marina Beach continues to witness massive crowd coming out in support of #Jallikattu pic.twitter.com/Elspz4uFOK
— ANI (@ANI) January 20, 2017