विपक्षी नेताओं के खिलाफ हो रही छापेमारी पर चुनाव आयोग ने लिया संज्ञान, राजस्व सचिव और CBDT के चेयरमैन से मांगी विस्तृत जानकारी

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लोकसभा चुनाव के ठीक बीच में विपक्षी नेताओं के खिलाफ आयकर विभाग की हो रही छापेमारी पर उठे विवाद के
बाद चुनाव आयोग ने राजस्व सचिव अजय भूषण पांडेय और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (CBDT)के चेयरमैन पीसी मोदी को आयोग के सामने पेश कर विस्तृत जानकारी मांगी है। बता दें कि हाल ही में आयकर विभाग ने मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ और कांग्रेस नेता अहमद पटेल के कई करीबियों पर छापेमारी की थी। इसके पहले चुनाव आयोग ने केंद्रीय वित्त मंत्रालय को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिए थे कि केंद्रीय एजेंसियां निष्पक्ष तरीके से भेदभाव किए बिना अपनी कार्यवाई करें।

कांग्रेस ने आरोप लगाया है आयकर विभाग की छापेमारी, चुनाव के दौरान सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी द्वारा जांच एजेंसियों के दुरुपयोग का नतीजा है। अब चुनाव आयोग ने आयकर विभाग की पिछले दो दिनों से जारी छापेमारी को कांग्रेस द्वारा सत्तारूढ़ बीजेपी के उकसावे पर की गई कार्रवाई बताए जाने संबंधी आरोपों पर संज्ञान लेते हुए राजस्व सचिव और केंद्रीय प्रत्यक्ष कर बोर्ड (सीबीडीटी) के अध्यक्ष से विस्तृत जानकारी मांगी है।

समाचार एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, सूत्रों ने बताया कि चुनाव आयोग ने आयकर विभाग और सीबीडीटी की पिछले दो दिनों से चल रही छापेमारी पर संज्ञान लेते हुए राजस्व सचिव एबी पांडे और सीबीडीटी के अध्यक्ष पीसी मोदी को मंगलवार को आयोग में उपस्थित होकर इस मामले में विस्तृत जानकारी देने को कहा है। इससे पहले रविवार को मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ के करीबी सहयोगियों के ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई के बाद भी आयोग ने वित्त मंत्रालय को इस बारे में सख्त परामर्श जारी किया था।

इसमें आयोग ने मंत्रालय से उसकी जांच एजेंसियों की चुनाव के दौरान कोई भी कार्रवाई ‘निष्पक्ष’ और ‘भेदभाव रहित’ होने की ताकीद की थी। साथ ही आयोग ने आदर्श आचार संहिता का हवाला देते हुये इस तरह की कार्रवाई से पहले आयोग से भी संपर्क करने को कहा था। आयकर विभाग मध्य प्रदेश के अलावा कर्नाटक, तमिलनाडु और आंध्र प्रदेश में भी विभिन्न राजनेताओं और उनके करीबी सहयोगियों के खिलाफ कथित तौर पर अवैध रूप से एकत्र की गयी संपत्ति और धनराशि की तलाशी के लिये छापेमारी कर चुका है।

10 मार्च से आदर्श आचार संहिता लागू किए जाने के बाद आयकर विभाग की छापेमारी में आई तेजी को देखते हुए आयोग ने इस पर संज्ञान लिया है। आयकर विभाग ने सोमवार को खुलासा किया कि कमलनाथ के सहयोगियों के ठिकानों पर की गयी छापेमारी में अवैध रूप से एकत्र की गई 281 करोड़ रुपये नकदी बरामद की गई। इसके अलावा सीबीडीटी ने भी एक प्रमुख राजनीतिक दल के दिल्ली स्थिति मुख्यालय पर एक वरिष्ठ राजनेता के तुगलक रोड स्थित आवास से 20 करोड़ रुपये भेजे जाने की सूचना पर कार्रवाई किये जाने की जानकारी दी है।

इसके अलावा सोमवार देर रात दिल्ली के गीता कॉलोनी में स्थित एक अपार्टमेंट में भी आई अधिकारियों द्वारा तलाशी अभियान चलाया गया था। आयकर विभाग की यह छापेमारी मोइन खान नाम के एक शख्स के घर पर हुई थी। दावा किया जा रहा है कि मोइन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता अहमद पटेल के कार्यालय के कर्मचारी है। बताया जा रहा है कि छापेमारी के दौरान पटेल खान के घर पर भी पहुंचे थे और आईटी छापे के दौरान उन्हें परिसर के अंदर बैठे हुए देखा गया था।

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