प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संभावित चीन यात्रा से एक सप्ताह पहले सरकार ने सोमवार(28 अगस्त) को कहा कि भारत और चीन ने डोकलाम में गतिरोध स्थल(डोकलाम) से सीमाबलों को पीछे हटाने पर सहमति जताई है। विदेश मंत्रालय ने कहा कि भारत और चीन ने ‘‘राजनयिक संबंध’’ बरकरार रखे हैं और भारत चीन को अपने हित, चिंताओं एवं रुख से अवगत कराने में सफल रहा है।
सरकार के इस बयान से प्रधानमंत्री मोदी की संभावित चीन यात्रा से पहले डोकलाम विवाद सुलझने की उम्मीद बनी है। विदेश मंत्रालय ने एक बयान जारी करके कहा कि चीन के साथ राजनयिक स्तर की वार्ताओं के बाद दोनों देशों ने आमने सामने से सुरक्षा बलों को हटाने का फैसला किया है।
बयान में कहा गया है, ‘‘पिछले कुछ सप्ताहों में भारत और चीन ने डोकलाम मामले के संबंध में राजनयिक संबंध बरकरार रखे हैं। इन वार्ताओं के दौरान हम अपने हित, अपना रुख और अपनी चिंताओं को व्यक्त करने में सफल रहे।’’ इसमें कहा गया, ‘‘ इन वार्ताओं के आधार पर डोकलाम में विवाद की जगह से सीमा बलों को आमने सामने की स्थिति से हटाने का फैसला किया गया है और यह प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।’’
उल्लेखनीय है कि सिक्किम सेक्टर के डोकलाम इलाके में भारत और चीन के बीच करीब दो महीने से ज्यादा समय से गतिरोध बना हुआ है। यह गतिरोध तब शुरू हुआ जब भारतीय सैनिकों ने चीनी सेना को इलाके में एक सड़क का निर्माण करने से रोक दिया था। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तीन से पांच सितंबर तक होने वाले ब्रिक्स सम्मेलन में संभवत: हिस्सा लेने के लिए अगले सप्ताह चीन के शियामेन शहर जाएंगे।