आईएमए गोल्ड द्वारा किए गए करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी मामले में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और एसआईटी ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए शुक्रवार (19 जुलाई) को आईएमए के संस्थापक मंसूर खान को संयुक्त अरब अमीरात से दिल्ली आने के तुरंत बाद ही गिरफ्तार कर लिया। खान पर बेंगलुरु में करोड़ों की वित्तीय धोखाधड़ी करने का आरोप है। इससे मामले की चल रही जांच और हजारों निवेशकों के पैसे वापस होने के प्रयास में आसानी होगी।

हिंदुस्तान टाइम्स के मुताबिक, खान लापता होने के एक महीने बाद शुक्रवार तड़के भारत लौटे। इस मामले की जांच करने वाले विशेष जांच दल (एसआईटी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अखबार को बताया कि खान दुबई से 1.55 बजे नई दिल्ली पहुंचे, जहां उन्हें तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया। न्यूज एजेंसी एएनआई के अनुसार, मंसूर खान को गिरफ्तार करने के बाद ईडी उसे एमटीएनएल बिल्डिंग में स्थित अपने कार्यालय लेकर गई है, जहां पर उससे पूछताछ की जाएगी।
IMA ponzi scam case: IMA Founder Mansoor Khan arrested by Enforcement Directorate (ED) at Delhi Airport, early morning today. He is being taken to ED's office at the MTNL building in Delhi for further questioning. pic.twitter.com/83lThaRWCG
— ANI (@ANI) July 19, 2019
एक ईडी अधिकारी ने समाचार एजेंसी आईएएनएस को बताया कि खान एक महीने से फरार था। अधिकारी ने कहा, “उसने कल (गुरुवार) एक वीडियो साझा किया था, जिसमें उसने दावा किया था कि वह 24 घंटों में भारत वापस आएगा। जब वह इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे पर पहुंचा, तब लुकआउट नोटिस के आधार पर हमने उसे गिरफ्तार कर लिया।”
इस्लामिक कानूनों के साथ निवेश के विकल्प मुहैया कराने वाले आई मॉनेटरी एडवाइजरी (IMA) के संस्थापक मंसूर खान सात जून में हजारों निवेशकों को परेशानी में छोड़कर भारत से भाग गए थे, जिसके बाद निवेशकों में खलबली मच गई थी। निवेशकों द्वारा पुलिस को लगभग 42,000 शिकायतें मिलीं थी।
उन्होंने आत्महत्या करने की धमकी देते हुए एक ऑडियो क्लिप बनाया था। ऑडियो क्लिप में, उन्होंने अधिकारियों के द्वारा 400 करोड़ रुपए की रिश्वत स्वीकार करने के बारे में भी बात की थी। इसमें कांग्रेस विधायक रोशन बेग की भागीदारी की बात भी कही गई थी, हालांकि बेग ने इन आरोपों का खंडन किया है।