बुलंदशहर: गुलाम मोहम्मद की हत्या के बाद पुश्तैनी घर छोड़ने को सोच रहा परिवार

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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ भले ही बीजेपी कार्यकर्ताओं और हिंदू वादी संगठनों को संयम बरतने की नसीहत देते रहते हों, लेकिन खुद सीएम योगी के संगठन हिंदू युवा वाहिनी के कुछ कार्यकर्ता ऐसे हैं जिन पर पीएम या सीएम की अपील का असर होता नजर नहीं आ रहा है। इसकी एक ताजी नजीर यूपी के बुलंदशहर में देखने को मिली है।

बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र के गांव सोही में मंगलवार(2 मई) को एक बुजुर्ग मुस्लिम की लाठी, डंडों से पीट-पीटकर हत्या कर दी गई। मृतक बुजुर्ग का नाम गुलाम मोहम्मद (60) है। पीड़ित परिवार का आरोप है कि गुलाम मोहम्मद की हत्या में हिंदू युवा वाहिनी के पांच कार्यकर्ता शामिल थे। हालांकि, वाहिनी ने इसके पीछे अपना हाथ होने से इनकार किया है। बता दें कि हिंदू युवा वाहिनी की स्थापना योगी आदित्यनाथ ने की थी, जो इस वक्त यूपी के मुख्यमंत्री हैं।

इस मामले में पुलिस ने तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। इस घटना के बाद गांव में अन्य मुस्लिम परिवारों एक भय का माहौल बन गया है। दरअसल, सोही काफी छोटा गांव है। इस गांव में मुस्लिम समुदाय के मात्र चार परिवार रहते हैं। लेकिन अब ये गिने चुने मुस्लिम परिवार भी इस गांव से पलायन करने की सोच रहे हैं। गुलाम मोहम्मद की हत्या के आरोप में तीन लोगों को गिरफ्तार किया गया है।

 

 

 

 

बीबीसी के मुताबिक, बातचीत में मृतक गुलाम मोहम्मद के परिवार ने कहा कि मुसलमान होने की वजह से उन्हें निशाना बनाया गया। उनका कहना है कि इस घटना के बाद वे गांव में रहने को लेकर अब डरे हुए हैं और हमेशा के लिए अपना पुश्तैनी गांव छोड़ने का विचार कर रहे हैं।

 

गुलाम मोहम्मद के सबसे बड़े बेटे यासीन ने बीबीसी को बताया कि लड़के और लड़की के फरार होने के बाद हिंदू युवा वाहिनी वाले हर रोज हमारे गांव में आते थे और हमारे गांव की लड़कियों से छेड़छाड़ करते थे। यासीन की पत्नी ने बताया कि वाहिनी वाले उन्हें परेशान करते थे और बुरी तरह से गालियां देते थे।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल, मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, पूरा मामला एक स्थानीय बीजेपी कार्यकर्ता की बेटी को भगाकर ले जाने से जुड़ा है। बुलंदशहर के पहासू थाना क्षेत्र के सोही गांव के निवासी यूसुफ पर 27 अप्रैल को फजलपुर गांव की एक लड़की को भगाकर ले जाने का आरोप लगा था। पुलिस अभी इस मामले में रिपोर्ट दर्ज कर यूसुफ की तलाश कर रही थी।

लेकिन मंगलवार(2 मई) को कुछ लोगों ने यूसुफ के रिश्तेदार गुलाम मोहम्मद को आम के बाग में पकड़ लिया। और वो लोग उसे एक सुनसान जगह पर ले जाकर उसकी पीट-पीटकर बेरहमी से हत्या कर दी। परिजनों के मुताबिक, हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ताओं को शक था कि गुलाम मोहम्मद ने यूसुफ को लड़की भगाने में मदद की थी।

गुलाम मोहम्मद के बेटे वकील अहमद ने गांव के ही गवेंन्दर पुत्र ओमपाल को नामजद करते हुए 5-6 अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज कराई हैं। एफआईआर में वकील ने आरोप लगाया है कि हिंदू युवा वाहिनी के कार्यकर्ता कई दिनों से उसके परिवार को धमकी दे रहे थे। वहीं, हिंदू युवा वाहिनी ने बुजुर्ग की हत्या में अपना हाथ होने से इनकार किया है।

 

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