हार्दिक पटेल ने बीजेपी के खिलाफ ठोकी ताल, लोगों से तानाशाही के खिलाफ एकजुट होने की अपील

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अपने गृह राज्य से बाहर 6 महीना समय बिताने के बाद हार्दिक पटेल कोटा आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल आज गुजरात लौट आए। उन्होंने अप्रत्यक्ष तौर पर सत्तारुढ़ भारतीय जनता पार्टी का हवाला देते हुए राज्य में व्याप्त ‘तानशाही’ के खिलाफ पटेलों से एकजुट होकर आंदोलन का दूसरा चरण शुरू करने की अपील की।

साबरकांठा ​जिले के हिम्मतनगर में रैली को संबोधित करते हुए इस 23 वर्षीय नेता ने ओबीसी कोटा का संकल्प जताया और ‘जीएमडीसी जैसे दंगल’ के लिए उनसे तैयार रहने को कहा। उन्होंने इस तरह 2015 की अपनी रैली का हवाला दिया जिसके माध्यम से राज्य में पटेल समुदाय के लोग एकजुट हुए।

हार्दिक ने कहा, ‘हम सब में हो सकता है कि मतभेद हों। हो सकता है कि आप में से कुछ मेरी मुखर प्रवृति के कारण मुझे पसंद नहीं करते हों। लेकिन सारे मतभेद भुला दीजिए और गुजरात में व्याप्त तानाशाही के खिलाफ एकजुट होकर लड़िए’

भाषा की खबर के अनुसार, हार्दिक ने यह जुबानी हमला उस वक्त किया ळै जबकि राज्य सरकार पटेल समुदाय के लोगों के साथ अपने संबंध दुरुस्त करने की कोशिश कर रही है। पटेल समुदाय को भाजपा का समर्पित वोटर माना जाता रहा है। गुजरात में इस साल के बाद चुनाव होना है। हार्दिक ने कहा,’हम आपको आश्वस्त करना चाहते हैं कि हम आपको आरक्षण दिलाने तक नहीं बैठेंगे। हम इसे निश्चित तौर पर लेंगे अन्यथा इसे छीन लेंगे।’

पिछले साल कोटा आंदोलन के पहले चरण में हिंसा के लिए देशद्रोह के आरोपों का सामना कर रहे हार्दिक उदयपुर से लौटने के बाद सीधे रैली स्थल पर गए। गुजरात उच्च न्यायालय ने इस शर्त पर हार्दिक को जमानत दी थी कि वह छह महीने तक राज्य से बाहर रहेंगे। जमानत मिलने के बाद उन्हें रिहा कर दिया गया था। इसके बाद से वह राजस्थान के उदयपुर में रह रहे थे।

हार्दिक ने कहा, ‘मेरे अब दो ही लक्ष्य हैं। पहला यह कि किसी भी कीमत पर पटेलों को आरक्षण मिले और दूसरा यह कि मैं आपको राज्य में डर के इस शासन से निजात दिला सकूं।’

हार्दिक ने पटेल समुदाय के लोगों से ‘दंगल’ के दूसरे चरण के लिए नेताओं से एकजुट होकर काम करने का आह्वान किया। हार्दिक ने कहा कि वह राज्य के हर एक हिस्से में हर नागरिक तक पहुंचने का प्रयास करेंगे। उन्होंने कहा कि जीएमडीसी में रैली को संबोधित करने को तैयार हैं, बशर्ते कि सरकर इसकी इजाजत दे।

अगस्त 2015 में हार्दिक ने कोटा लाभ के लिए अपने समुदाय को ओबीसी श्रेणी में शामिल किए जाने की मांग पर जीएमडीसी मैदान में विशाल रैली का आयोजन किया था। हालांकि, उन्होंने जोर दिया कि आंदोलन का मकसद सरकार को उखाड़ना नहीं है। रैली को संबोधित करने के बाद हार्दिक पूर्व मुख्यमंत्री केशुभाई पटेल का आशीर्वाद लेने गांधीनगर रवाना हो गए।

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