कांग्रेस ने मौजूदा वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में आर्थिक विकास दर 4.7 फीसदी रहने को लेकर नरेंद्र मोदी सरकार पर देश की अर्थव्यवस्था बर्बाद होने का शनिवार (29 फरवरी) को आरोप लगाया और कहा कि अर्थव्यवस्था को गति देने के लिए सरकार को गरीबों के हाथ में पैसे देने चाहिए तथा मनरेगा के तहत दिहाड़ी को 500 रुपये किया जाना चाहिए।

पार्टी के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा ने यह भी कहा कि सरकार को नौकरियां जाने से जुड़े आंकड़े जारी करने चाहिए। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, “इस सरकार ने अपने कुप्रबंधन से देश की अर्थव्यवस्था को बर्बाद कर दिया है। जीडीपी विकास दर 4.7 फीसदी हो गयी है। ये आकंड़े उस वक्त के हैं जब त्यौहारों का मौसम था। इसका मतलब कि लोगों के पास पैसे नहीं हैं।”
उन्होंने कहा कि सरकार ने जिस राजस्व का अनुमान लगाया है, यह उससे बहुत कम है। दिसंबर तक सरकार को 11 लाख करोड़ रुपये का राजस्व मिला। क्या आखिरी तीन महीनों में 15 लाख करोड़ रुपये का संग्रह कर लेगी? शर्मा ने कहा, ”अब समय है कि सरकार जग जाए, वास्तविकता को ना नकारें। गरीब आदमी के हाथ में पैसा दें। बेहतर तरीका है कि मनरेगा के तहत 500 रुपये की दिहाड़ी दे। मनरेगा के तहत 150 दिन के काम को जरूरी बनाया जाए।”
उन्होंने यह भी कहा कि सरकार को नौकरियां जाने के बारे में सही आंकड़े पेश करने चाहिए। इस बीच कांग्रेस ने पूर्व आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन का एक बयान भी शेयर किया है, जिसमें राजन कहते हैं कि दुर्भाग्य से मौजूदा सरकार ने देश के विकास के बजाए इसे तोड़ने पर ध्यान लगाया है। (इंपुट: भाषा के साथ)
Unfortunately the current govt has focussed on tearing the country apart rather than developing it into the thriving nation it has the potential to be. pic.twitter.com/7I34G8qKDQ
— Congress (@INCIndia) February 29, 2020