केन्द्र में बीजेपी की सरकार होने से राष्ट्रपति पद के लिए कई लोगों का नाम दावेदार के तौर पर पेश किया जा रहा है। वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवानी का नाम जहां जोरों पर है वहीं संघ प्रमुख मोहन भावगत की पैरवी शिवसेना कर रही है। इन्हीं सब के चलते विपक्ष ने भी अपना उम्मीदवार लाने का मन बना लिया है और मीडिया रिपोर्टस के मुताबिक महात्मा गांधी के पोते गोपालकृष्ण गांधी का नाम इसमें सबसे पहले आ रहा है।
‘गोपाल कृष्ण गांधी ने कहा, ‘कई विपक्षी दलों के नेताओं ने उन्हें आगामी राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के लिए उनसे बातचीत की थी।’ गांधी ने एक अंग्रेजी अखबार से बात करते हुए कहा कि कई विपक्षी दलों के नेताओं ने राष्ट्रपति चुनाव में उम्मीदवार बनाने के लिए उनसे बातचीत की थी।
पूरी खबर पढ़ने के लिए अगले पेज पर जाएं