पुणे स्थित एफटीटीआई के चेयरमैन पद के लिए चुने गए अभिनेता गजेंद्र चौहान आज से अपना कार्यभार संभलेंगे। दरअसल उनका चयन छह महीने पहले ही हो गया था। लेकिन उन्हें लेकर काफी विरोध प्रदर्शन किया गया, जिसके कारण नियुक्ति में देरी हुई।
मालूम हो कि आपत्ति इस हद तक बढ़ गई कि चार महीने तक एफटीआईआई के छात्र हड़ताल पर रहे और केंद्र सरकार के प्रतिनिधित्व से दिल्ली में मुलाकात भी की लेकिन उनकी मांग नहीं मानी गई। इसके बाद छात्रों ने हड़ताल समाप्त कर दी लेकिन साथ ही यह भी कहा कि वह शांतिपूर्ण तरीके से विरोध जारी रखेंगे।
9 जून को ही 26 सदस्यों वाली एफटीआईआई सोसाइटी बनाई गई जिसके अध्यक्ष चौहान चुने गए।
दूरदर्शन पर ‘महाभारत’ में युधिष्ठर की भूमिका निभाने वाले चौहान ने सिनेमा में भी किस्मत आज़माई लेकिन आलोचकों ने उनकी फिल्मों को ‘सॉफ्ट पोर्न’ का नाम दिया है। हालांकि चौहान अपने काम को ‘प्रमाणित व्यस्क फिल्में’ कहते आए हैं।
वहीं, आलोचकों ने इस पूरी नियुक्ति को राजनीतिक करार दिया है क्योंकि गजेंद्र चौहान केंद्र की भाजपा सरकार के सदस्य हैं और उन्होंने लोकसभा चुनाव में पार्टी के लिए बढ़ चढ़ कर प्रचार किया था। उनकी नियुक्ति पर कई हस्तियों ने आपत्ति उठाई थी जिनमें से एक ऋषि कपूर भी थे।
इस पूरे विरोध के दौरान छात्रों के समर्थन में कई हस्तियां आगे आईं जिसमें निर्देशक दिबाकर बनर्जी, आनंद पटवर्धन सहित आठ कलाकारों ने आंदोलनकारी छात्रों के साथ एकजुटता दिखाते हुए और देश में बढ़ती असहिष्णुता के विरोध में अपने राष्ट्रीय पुरस्कार लौटा दिए।
संस्था के छात्रों का विरोध अभी भी जारी है लेकिन 18 दिसंबर यानी आज गजेंद्र चौहान, एफटीआईआई की अध्यक्षता संभाल लेंगे।


















