दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में भर्ती पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह को डेंगू हो गया है, लेकिन उनकी सेहत में धीरे-धीरे सुधार हो रहा है और वह खतरे से बाहर हैं। एम्स के एक अधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री के प्लेटलेट्स बढ़ रहे हैं और वह अब खतरे से बाहर हैं।
नोटबंदीकांग्रेस के दिग्गज नेता को बुखार और कमजोरी की शिकायत के बाद बुधवार शाम एम्स में भर्ती कराया गया था। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और उनसे मिलने एम्स पहुंचे थे और उनके स्वास्थ्य के बारे में जानकारी ली थी। राहुल गांधी भी उनसे मिलने एम्स पहुंचे थे
जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ नीतीश नायक के मार्गदर्शन में डॉक्टरों की एक टीम पूर्व प्रधानमंत्री का इलाज कर रही है। उन्हें तीन दिन पहले बुखार आया था और कमजोरी महसूस हो रही थी जिसके बाद उन्हें एम्स ले जाया गया था।
इसी साल अप्रैल में मनमोहन सिंह कोरोना से संक्रमित भी हुए थे और एम्स में कुछ दिनों तक उपचार के बाद उन्हें छुट्टी मिली थी। पूर्व प्रधानमंत्री ने चार मार्च और तीन अप्रैल को कोरोना के टीकों की दो खुराक ली थी। पिछले साल एक नई दवा के कारण रिएक्शन और बुखार होने के बाद भी मनमोहन सिंह को एम्स में भर्ती कराया गया था। कई दिनों के बाद उन्हें अस्पताल से छुट्टी मिली थी।
मनमोहन सिंह कांग्रेस के वरिष्ठ नेता हैं और फिलहाल राजस्थान से राज्यसभा सदस्य हैं। वह 2004 से 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। एम्स में 2009 में उनकी हृदय बाईपास सर्जरी हुई थी। (इंपुट: IANS के साथ)