राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में स्थित जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के पूर्व विद्यार्थी और नागपुर में शोध कर रहे एक दंपति ने सोमवार को आरोप लगाया कि उनकी गैरमौजूदगी में पुलिस ने उनके किराये के फ्लैट का ताला तोड़कर दस्तावेज और 76 लाख रुपये का सामान चुरा लिया। पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि कथित घटना पिछले साल हुई थी, जिसके बाद प्राथमिकी दर्ज की गई थी और जांच का आदेश दिया गया था। जांच रिपोर्ट का इंतजार किया जा रहा है।
file photoसमाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, डॉ. शिवशंकर दास और उनकी पत्नी डॉ. शिप्रा उकरे ने मीडिया को संबोधित करते हुए आरोप लगाया कि जब वे बाहर थे तो बजाजनगर थाने के तीन कर्मी उनके मकान मालिक से साथ साठगांठ करके लक्ष्मीनगर में स्थित उनके फ्लैट में घुसे। दंपति ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मियों ने पासपोर्ट, शैक्षणिक प्रमाण पत्र, डिग्री, मार्कशीट, विदेशी मुद्रा, लैपटॉप, नकदी, आभूषण और अनुसंधान डेटा सहित दस्तावेज और कीमती सामान चुरा लिया। उन्होंने कहा कि कथित घटना 29 सितंबर 2018 की है।
संपर्क करने पर पुलिस उपायुक्त (ज़ोन एक), विवेक मसल ने कहा कि मकान मालिक और दंपति के बीच विवाद रहा है। उन्होंने कहा कि मकान मालिक चाहते हैं कि दंपति उनका फ्लैट खाली करे, उन्होंने इस बाबत पुलिस को तहरीर भी दी है। विवेक मसल ने कहा कि किरायेदार की शिकायत पर प्राथमिकी दर्ज की गई है, उन्होंने कहा कि अपराध शाखा के एसीपी ने जांच की है। जांच पूरी हो गई है और रिपोर्ट का इंतजार है। इसके बाद दोषी पाए जाने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।