भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के पूर्व नेता, दो बार के राज्यसभा सदस्य चंदन मित्रा और पश्चिम बंगाल कांग्रेस के चार विधायकों ने शनिवार (21 जुलाई) को कोलकाता में तृणमूल कांग्रेस की शहीद दिवस रैली में पार्टी का दामन थाम लिया। द पायनियर समाचार पत्र के प्रबंध निदेशक और संपादक मित्रा ने इस सप्ताह की शुरुआत में बीजेपी से इस्तीफा दे दिया था।
तृणमूल कांग्रेस के महासचिव पार्थ चटर्जी ने मध्य कोलकाता में आयोजित विशाल रैली में मंच से मित्रा के पार्टी में शामिल होने की घोषणा की। मित्रा को अगस्त 2003 में राज्यसभा के लिए नामांकित किया गया था। साथ ही वह जून 2010 में मध्यप्रदेश से बतौर भाजपा उम्मीदवार के रूप उच्च सदन में दूसरे कार्यकाल के लिए भी निर्वाचित हुए थे।
उन्होंने 2014 लोकसभा चुनाव में पश्चिम बंगाल के हुगली क्षेत्र से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ा था, लेकिन उन्हें शिकस्त का सामना करना पड़ा था। ऐसी खबरे थीं कि नरेंद्र मोदी और अमित शाह के पार्टी पर नियंत्रण के बाद पिछले कुछ वर्षो से मित्रा को भाजपा से किनारे किया जा रहा है।
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक मित्रा के अलावा, राज्य के चार कांग्रेसी विधायकों -समर मुखर्जी, अबु ताहीर, सबीना यास्मिन और अखरुज्जमान- ने भी तृणमूल कांग्रेस का दामन थाम लिया। माकपा के पूर्व सांसद मोईन-उल-हसन भी रैली में तृणमूल कांग्रेस में शामिल हुए। हसन ने पार्टी से अलग होने की सार्वजनिक रूप से घोषणा की थी, उसके बाद उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया था।
ममता चलाएंगी ‘भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ अभियान
वहीं पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री और तृणमूल कांग्रेस (टीएमसी) प्रमुख ममता बनर्जी ने शनिवार को शहीद दिवस के मौके पर बीजेपी सरकार पर जमकर हमला बोला। इसी के साथ उन्होंने 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए आगामी 15 अगस्त से लड़ाई का ऐलान कर दिया। ममता ने पार्टी कार्यकर्ताओं से सांप्रदायिक भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को हराने के लिए एक अगस्त से 15 दिवसीय अभियान चलाने को कहा है।
समाचार एजेंसी IANS के मुताबिक मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी पार्टी अगले साल 19 जनवरी को शहर में विशाल जनसभा आयोजित करेगी, जहां प्रस्तावित मोर्चे के नेता बीजेपी को केंद्र से हटाने का आवाह्न करेंगे। पार्टी के शहीद दिवस पर कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, बंगाल देश का मार्गदर्शन करेगा, आने वाले दिनों में हम संसद का रास्ता बताएंगे।
बनर्जी ने पार्टी कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा, अगस्त का अभियान ‘सांप्रदायिक भाजपा हटाओ, देश बचाओ’ उनकी पार्टी का राजनीतिक कार्यक्रम तय करेगा। 15 अगस्त (स्वतंत्रता दिवस) पर आप सभी को तिरंगा फहराकर यह कसम खानी है कि 2019 से भाजपा का कोई नेता लाल किले पर तिरंगा न फहरा सके।
उन्होंने तृणमूल कार्यकर्ताओं से अगले आम चुनाव में राज्य की सभी 42 लोकसभा सीटों पर जीत हासिल करने के लिए काम करने की अपील की। बनर्जी ने कहा कि 19 जनवरी को होने वाली जनसभा ब्रिगेड परेड ग्राउंड में होगी। उन्होंने कहा कि वे यहीं से अगले साल होने वाले आम चुनाव में केंद्र की सत्ता हासिल करने का आह्वान करेंगी।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ने कहा, मैं इस मंच पर संघीय मोर्चे सहित देश भर के नेताओं को लेकर आऊंगी। हम बड़े स्तर पर रैली आयोजित करेंगे.. हमारे कार्यकर्ताओं को उस दिन आज से भी ज्यादा सफल रैली करनी होगी। इससे पहले भी अपने राष्ट्रीय लक्ष्यों को स्पष्ट कर चुकीं तृणमूल प्रमुख ने कहा, हमें कुर्सी (सर्वश्रेष्ठ पद) इतनी पसंद नहीं है, हम कुर्सी की चिंता नहीं करते, लेकिन हम देश, जनता और यहां की मिट्टी की चिंता करते हैं।