प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने भले ही विवादास्पद तीनों कृषि कानून वापस लेने की घोषणा कर दी हो लेकिन किसान आंदोलन अभी खत्म होता नहीं दिख रहा है। इस बीच, भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) के नेता राकेश टिकैत ने एक बार फिर से स्पष्ट कर दिया है कि यह आंदोलन अभी ख़त्म नहीं होगा। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि 27 नवंबर को हमारी बैठक है जिसके बाद हम आगे के निर्णय लेंगे।
राकेश टिकैत ने बुधवार को अपने ट्वीट में लिखा, “ये आंदोलन अभी ख़त्म नहीं होगा। 27 नवंबर को हमारी बैठक है जिसके बाद हम आगे के निर्णय लेंगे। मोदी जी ने कहा है कि 1 जनवरी से किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी तो हम पूछेंगे कि कैसे दोगुनी होगी। किसानों की जीत तब होगी जब उन्हें अपनी फसलों के दाम मिल जाएंगे।”
ये आंदोलन अभी ख़त्म नहीं होगा। 27 नवंबर को हमारी बैठक है जिसके बाद हम आगे के निर्णय लेंगे । मोदी जी ने कहा है कि 1 जनवरी से किसानों की आमदनी दोगुनी हो जाएगी तो हम पूछेंगे कि कैसे दोगुनी होगी। किसानों की जीत तब होगी जब उन्हें अपनी फसलों के दाम मिल जाएंगे ।#FarmersProtest
— Rakesh Tikait (@RakeshTikaitBKU) November 24, 2021
राकेश टिकैत ने कहा कि, “किसानों को फसलों का नुकसान हुआ है और MSP की ज़िम्मेदारी कौन लेगा? MSP पर पक्का गारंटी कार्ड लेकर जाएंगे।”
बता दें कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 19 नवंबर को राष्ट्र के नाम संबोधन में तीन कृषि कानूनों को वापस लेने के फैसले की घोषणा की थी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कृषि कानूनों के संदर्भ में कहा था कि वे देशवासियों से क्षमा मांगते हुए सच्चे मन से और पवित्र हृदय से कहना चाहते हैं कि शायद उनकी तपस्या में ही कोई कमी रही होगी जिसके कारण दिये के प्रकाश जैसा सत्य किसान भाइयों को वो समझा नहीं पाए। उन्होंने कहा था कि हमने तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने का, निरस्त करने का निर्णय लिया है।
गौरतलब है कि, केंद्र सरकार के तीनों विवादित कृषि कानूनों के विरोध में देशभर के किसान पिछले एक साल से अधिक समय से आंदोनलरत थे।
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