विपक्ष की एकता दिखाने के लिए पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एकत्रित हुए विपक्षी दलों ने चुनाव सुधारों पर चार सदस्यीय समिति का शनिवार को गठन किया। इन दलों ने सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) पर ईवीएम से छेड़छाड़ करने के आरोप लगाए हैं। तृणमूल कांग्रेस अध्यक्ष ममता बनर्जी ने कहा कि ईवीएम की कार्यप्रणाली के मूल्यांकन और किसी भी तरह की गड़बड़ी को रोकने के उपाय ढूंढने के अलावा यह समिति लोकसभा चुनाव से पहले चुनाव आयोग को चुनाव सुधारों के बारे में भी सुझाव देगी।
इस बीच आम चुनावों के ठीक पहले आज यानी सोमवार (21 जनवरी 2019) को लंदन में भारतीय ईवीएम पर अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट एक अहम प्रजेंटेशन देने वाले हैं। इस प्रजेंटेशन में एक्सपर्ट्स यह बताएंगे कि भारत की इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन को कैसे ओर कितनी आसानी से हैक किया जा सकता है। इस पूरे कार्यक्रम को यूरोप के इंडियन जर्नलिस्ट्स एसोसिएशन (IJA) की ओर से आयोजित किया जा रहा है। जिसमें एक अमेरिकी साइबर एक्सपर्ट को बुलाया गया है।
माना जा रहा है कि इस प्रजेंटेशन में एक्सपर्ट उसी ईवीएम को हैक करके दिखाएंगे, जिनका इस्तेमाल हाल के चुनावों में किया गया है। लंदन में ईवीएम हैकिंग पर 5:30 बजे एक प्रेस कॉन्फ्रेंस होने वाली है। आप ‘जनता का रिपोर्टर’ पर 5.30 बजे इसका लाइव प्रसारण देख सकते हैं। जिसमें अमेरिकी एक्सपर्ट बताएंगे कि भारत में इस्तेमाल होने वाली ईवीएम को हैक किया जा सकता है।
बता दें कि भारत में पिछले काफी समय से ईवीएम की साख पर सवाल उठते रहे हैं। लेकिन अगर सबकुछ सहीं रहा तो आज हमें इस सवाल का सटीक जवाब मिल सकता है। हालांकि, भारत में चुनाव आयोग हमेशा इस बात से इनकार करता रहा है कि ईवीएम को हैक किया जा सकता है। अभी तक उस साइबर एक्सपर्ट की पहचान के बारे में भी कोई भी जानकारी नहीं दी गई है जो इस प्रदर्शन को अंजाम देंगे।
गौरतलब है कि 2004 के बाद से ही भारत में चुनाव में ईवीएम का इस्तेमाल तेजी से हो रहा है। लेकिन 2014 के आम चुनाव के बाद कई विपक्षी दलों ने बीजेपी पर ईवीएम में धांधली करने का आरोप लगाया है। 2019 के लोकसभा चुनाव में अब सिर्फ तीन महीने ही बचे हैं। चुनाव आयोग जल्द ही चुनाव की तारीखों को ऐलान कर सकता है। ऐसे में इस प्रेजेंटेशन की अहमियत ज्यादा बढ़ जाती है।