पूर्व सीबीआई प्रमुख आलोक वर्मा के साथ टकराव के चलते विवादों में रहे आईपीएस अधिकारी और सीबीआई के विशेष निदेशक रह चुके राकेश अस्थाना एक बार फिर चर्चा में हैं। वर्तमान में नागरिक उड्डयन सुरक्षा ब्यूरो (बीसीएएस) प्रमुख के पद पर तैनात राकेश अस्थाना सहित तीन आईपीएस अधिकारियों को शीर्ष वेतनमान दिया गया है। अब उनकी सैलरी बढ़कर 2.25 लाख रुपये हो जाएगी। कार्मिक मंत्रालय के एक आदेश से यह जानकारी दी गई है।
(File Photo Source: Rakesh Asthana / Facebook)समाचार एजेंसी PTI के मुताबिक, गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना के अलावा अन्य दूसरे अधिकारी राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख वाईसी मोदी और भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (ITPP) के प्रमुख एसएस देसवाल भी हैं। शीर्ष वेतनमान मिलने के बाद अब इन अधिकारियों को हर महीने सवा दो लाख यानी 2.25 लाख रुपये की सैलरी मिलेगी। तीनों अधिकारी 1984 बैच के आईपीएस अधिकारी हैं।
बता दें कि सीबीआई में रिश्वतखोरी विवाद के चलते केंद्र की मोदी सरकार ने अस्थाना को पद से हटा दिया था। फिलहाल, वे सिविल एविएशन सिक्योरिटी ब्यूरो (बीसीएएस) के महानिदेशक हैं। कार्मिक मंत्रालय ने अपने आदेश में कहा है कि गुजरात कैडर के आईपीएस अधिकारी अस्थाना और राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के प्रमुख वाई सी मोदी को 2.25 लाख रुपए का शीर्ष वेतनमान दिया गया है।
भारत-तिब्बत सीमा पुलिस (आईटीबीपी) के महानिदेशक एस एस देसवाल को भी शीर्ष वेतनमान दिया गया है। अस्थाना को सीबीआई के विशेष निदेशक पद से हटाए जाने के बाद उन्हें बीसीएएस में नई जिम्मेदारी सौंपी गई थी। इस पद पर अस्थाना की नियुक्ति दो साल के लिए की गई है। बता दें कि सीबीआई में रिश्वतखोरी मामला सामने आने के बाद अस्थाना का वर्मा के साथ अभूतपूर्व टकराव हुआ था।
सरकार की किरकिरी होता देख केंद्र ने गत वर्ष अक्टूबर में दोनों को जबरन छुट्टी पर भेज दिया था। वहीं, अस्थाना के खिलाफ सीबीआई ने मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में घूस लेने के आरोप में केस भी दर्ज किया था। जिसके बाद अस्थाना ने भी आलोक वर्मा पर रिश्वतखोरी के आरोप लगाए थे। आलोक वर्मा को सीबीआई निदेशक के पद से हटाने के बाद उन्हें दमकल, सिविल डिफेंस और होम गार्ड का महानिदेशक नियुक्त किया गया था, हालांकि उन्होंने सरकार के इस ऑफर को ठुकरा दिया था।