लोकसभा चुनाव के लिए तीसरे चरण में 15 राज्यों की 117 सीटों के लिए मंगलवार (23 अप्रैल) को मतदान हुआ। इस दौरान असम की चार सीटों पर भी वोट डाले गए। ऐसे में असम के पूर्व डीजीपी हरेकृष्णा डेका ने वीवीपैट मशीन में खराबी का मुद्दा उठाया है। पूर्व डीजीपी का कहना है कि जिस पोलिंग बूथ पर उन्होंने अपना वोट डाला वहां की वीवीपैट मशीन में खराबी थी।
उन्होंने दावा किया कि मैंने वोट किसी और प्रत्याशी को दिया था, लेकिन पर्ची दूसरे प्रत्याशी के नाम की निकली। उनका कहना है कि वह इस मामले की शिकायत करना चाहते थे, लेकिन उन्हें बताया गया कि अगर कंप्लेंट गलत पाई गई तो उन्हें सजा मिलेगी।

असम के पूर्व डीजीपी हरेकृष्णा डेका ने मंगलवार 23 अप्रैल को लचित नगर एलपी स्कूल के पोलिंग बूथ में अपना वोट डाला। लेकिन उनका दावा है कि जब उन्होंने वोट डाला तो VVPAT पर किसी दूसरे प्रत्याशी का नाम दिखाई दिया।समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, पूर्व डीजीपी का कहना है कि वह इस मामले की शिकायत करना चाहते थे, लेकिन उन्हें बताया गया कि अगर उनकी शिकायत गलत पाई गई तो उन्हें सजा मिलेगी। उन्होंने कहा, ‘मैं किसी भी तरह का कोई रिस्क नहीं लेना चाहता हूं। हालांकि, मैं यह जानना चाहता हूं कि इसे किस तरह साबित किया जा सकता है?’
Ex-Assam DGP Harekrishna Deka: My polling booth was Lachit Nagar LP School. When I voted,VVPAT displayed someone else's name.I was told I can challenge it but if complaint is found to be false I'll be punished.I don't want to take risk. How do I know how will it be proven? (23.4) pic.twitter.com/gIifM4DMA2
— ANI (@ANI) April 23, 2019
बता दें कि, लोकसभा चुनाव 2014 से अब तक ईवीएम की कार्यप्रणाली पर कई बार सवाल उठ चुके हैं। विपक्ष कई बार दावा कर चुका है कि ईवीएम की सेटिंग में छेड़छाड़ की जाती है। इन शिकायतों से निपटने के लिए चुनाव आयोग ने EVM के साथ VVPAT मशीन को जोड़ने का फैसला किया, जिससे वोटर्स को पता चल सके कि उन्होंने जिसे वोट दिया है, वह उसे मिला है या नहीं।