मुंबई पुलिस ने आरे कॉलोनी में पेड़ों की कटाई को लेकर हुए प्रदर्शनों के बीच शनिवार सुबह पूरी कॉलोनी और उसके आसपास के इलाकों में धारा 144 लागू कर दी। बॉम्बे हाई कोर्ट के आरे से जुड़ी याचिकाओं को खारिज करने के बाद शुक्रवार रात से ही पेड़ काटने का काम शुरू हो गया था। लेकिन, जैसे ही पेड़ों की कटाई का काम शुरू हुआ तो स्थानिय लोगों ने इसका विरोध शुरू कर दिया। जिसके बाद पुलिस ने देर रात इन लोगों को हिरासत में ले लिया, जिसमें कई महिलाएं भी शामिल है।
आरे और उसके आसपास भारी संख्या में पुलिसबल की तैनाती की गई है। पुलिस यहां से गुजरने वाले हर आदमी को रोक रहें है और पूछताछ के बाद ही उन्हें आगे जाने दिया जा रहा है।
Mumbai: Entry into #Aarey from Marol Maroshi Road restricted after Section 144 has been imposed in the area. #AareyForest pic.twitter.com/4sAaqbjLOX
— ANI (@ANI) October 5, 2019
उच्च न्यायालय ने उत्तरी मुम्बई में हरित क्षेत्र आरे कॉलोनी में पार्किंग बनाने के लिए पेड़ों की कटाई का विरोध करने वाले पर्यावरण कार्यकर्ताओं की याचिकाएं खारिज कर दी थीं, जिसके बाद मुंबई मेट्रो रेल निगम लिमिटेड ने शुक्रवार देर रात पेड़ों की कटाई शुरू कर दी।
पर्यावरण कार्यकर्ताओं और ‘आरे बचाओ’ मुहिम से जुड़े लोगों का कहना है कि, “इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है। किसी को भी आरे कॉलोनी में प्रवेश की अनुमति नहीं है।” पर्यावरण कार्यकर्ताओं ने प्रशासन की आलोचना करते हुए दावा किया कि अब तक लगभग 200 पेड़ काटे जा चुके हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि मेट्रो निगम 10 अक्टूबर से पहले काम खत्म करना चाहता है। इसी दिन राष्ट्रीय हरित अधिकरण में मामले की सुनवाई होनी है।
पर्यावरण कार्यकर्ता स्टालिन डी ने कहा, “एनजीटी दस अक्टूबर को इस मामले में सुनवाई करेगा और हमें वहां से कुछ राहत मिलने की उम्मीद है। लेकिन ऐसा प्रतीत होता कि प्राधिकारी सुनवाई से पहले ही पेड़ों की कटाई का काम खत्म करना चाहते हैं।”
पेड़ों को बचाने के लिए आधी रात में मुंबई की जनता आंदोलन के मूड में आ गई है…
गलत तरीके से कट रहे पेड़ों को रोकने के लिए मुंबई की जनता ने बेरिकेटिंग तोड़ दी।
#AareyForest #Aarey pic.twitter.com/stgtpQcaCc
— Amit Mishra (@Amitjanhit) October 4, 2019
गौरतलब है कि मेट्रो कार शेड के लिए बीएमसी ने आरे के करीब 2700 पेड़ों की कटाई को हरी झंडी दी थी जिसके खिलाफ अलग-अलग याचिकाएं कोर्ट में दायर की गई थीं। हालांकि, शुक्रवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने यह कहकर याचिकाओं को खारिज कर दिया कि मामला पहले की सुप्रीम कोर्ट और एनजीटी के सामने लंबित है, इसलिए हाई कोर्ट इसमें फैसला नहीं दे सकता।
कोर्ट का फैसला आते ही पेड़ों की कटाई होने से न सिर्फ राज्य की भारतीय जनता पार्टी सरकार से विपक्षी दल नाराज हैं, बल्कि गठबंधन सहयोगी शिवसेना ने भी तीखा हमला बोला है। आरे कॉलोनी जंगल प्रोटेस्ट मामले में शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को मुम्बई पुलिस ने हिरासत में लिया है।
#WATCH Shiv Sena leader Priyanka Chaturvedi was detained by the police today following protests in #AareyForest. #Mumbai pic.twitter.com/78A7tbkVp0
— ANI (@ANI) October 5, 2019
बता दें कि शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने भी इस मामले में केंद्र सरकार की कड़ी आलोचना की है। उन्होंने लिखा- ‘जिस तरह से मुंबई मेट्रो का काम चोरी-छिपे और तेजी से आरे के ईकोसिस्टम को काटकर किया जा रहा है वह शर्मनाक और घटिया है। कई पर्यावरण प्रेमियों और स्थानीय शिवसेना सदस्यों ने इसे रोकने की कोशिश की। जिस तरह से पुलिस तैनात करके पेड़ काटे जा रहे हैं, मुंबई मेट्रो हर उस बात को खराब कर रही है जो भारत ने संयुक्त राष्ट्र में कही।’
There’s no point for the Central government ministry of climate change to exist, or to speak about plastic pollution when the @MumbaiMetro3 senselessly destroys the Aarey vicinity. This ego battle taken up by Metro 3 is destroying the purpose of making it.
— Aaditya Thackeray (@AUThackeray) October 4, 2019
कांग्रेस नेता प्रिया दत्त ने भी विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों का साथ देते हुए एक ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि आज का दिन तथाकथित विकास की, बेहतर जीवन स्तर और पर्यावरण के संरक्षण के ऊपर जीत की तरह है। रात के अंधेरे में पेड़ों को काटा गया। यह प्रकृति की हत्या की तरह है और सब को इसका खामियाजा भुगतना होगा। भगवान मुंबई की मदद करे।
A sad day today where so called development wins over quality of life and preservation of environment. The trees are already being chopped down in the dark of the night. This is murder of mother nature and we will all have to pay for it. God help Mumbai https://t.co/BZvnfbwNYW
— Priya Dutt (@PriyaDutt_INC) October 4, 2019