चुनाव आयोग ने केंद्रीय अल्पसंख्यक मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी को चुनाव प्रचार के दौरान उत्तर प्रदेश के रामपुर में आपत्तिजनक भाषण देने के मामलें में चेतावनी दी है और उन्हें भविष्य में ऐसा न करने की सलाह दी है। उल्लेखनीय है कि नकवी ने तीन अप्रैल को रामपुर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए ‘मोदी जी की सेना’ शब्द का इस्तेमाल किया था।
File Photo: PTIचुनाव आयोग के प्रधान सचिव अनुज जयपुरिया ने गुरुवार को जारी अपने आदेश में कहा है कि रामपुर जिला चुनाव अधिकारी ने मुख्तार अब्बास नकवी को पांच अप्रैल को इस बात के लिए नोटिस जारी किया था कि उन्होंने तीन अप्रैल को रामपुर में अपने चुनाव भाषण में ‘मोदी की सेना’ का जिक्र किया था जो आदर्श चुनाव संहिता का उल्लघंन है।
आयोग के अनुसार केंद्रीय मंत्री का जवाब आठ अप्रैल को मिला था। गौरतलब है कि आयोग ने नौ मार्च को ही एक पत्र जारी कर सभी राजनैतिक दलों को आगाह किया था कि वह चुनाव प्रचार के दौरान सेना का इस्तेमाल न करें और न ही उनका जिक्र करें।
आयोग ने नकवी के भाषण का वीडियो रिकॉर्डिंग फिर से देखा और इस बात पर सहमत है कि उनका का यह भाषण आयोग द्वारा जारी किए गए आदेश के अनुरूप नहीं है, इसलिए आयोग ने उन्हें चेतावनी दी है कि वह राजनितिक प्रचार के लिए सेना का भविष्य में जिक्र न करें।
बता दें कि चुनाव आयोग ने सोमवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए एक ही दिन में चार दिग्गज नेताओं पर बैन लगा दिया था। आयोग ने भड़काऊ भाषण के लिए पहले यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा मुखिया मायवती पर प्रतिबंध लगाया। वहीं, शाम तक एक और बड़ी कार्रवाई करते हुए आयोग ने सपा नेता आजम खान और केंद्रीय मंत्री व बीजेपी नेता मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर रोक लगा दी थी। (इनपुट वार्ता और एएनआई के साथ)