देश की राजधानी दिल्ली में सार्वजनिक परिवहन बसों पर निर्भर रहने वाले यात्रियों को सोमवार (29 अक्टूबर) को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ सकता है। क्योंकि, अपनी मांगों को लेकर दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) कर्मचारियों की यूनियनें सोमवार को हड़ताल करेंगी।
file photoसमाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, डीटीसी के ठेका कर्मचारी डीटीसी संविदा श्रमिक संघ के बैनर तले गत सोमवार से हड़ताल पर है। उनकी मांगों में उस भत्ते को भी बहाल करना शामिल है जिसे एक अदालत के आदेश के बाद डीटीसी ने कम कर दिया था। डीटीसी वर्कर्स यूनिटी सेंटर ने भी सोमवार को हड़ताल किये जाने का आह्वान किया है।
इस बीच डीटीसी ने एक प्रेस बयान में कहा, ‘दिल्ली सरकार ने न्यूनतम वेतन दरों को बहाल किया था जो ठेका कर्मचारियों के लिए चार अगस्त, 2018 से पहले लागू थी और न्यूनतम वेतन को कम करने के आदेश वापस ले लिये थे।’
डीटीसी ने ठेका कर्मचारियों से जल्द से जल्द अपने काम पर लौटने की अपील की है। दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल ने आवश्यक सेवा रखरखाव अधिनियम (एस्मा),1974 लगा दिया था।
गौरतलब है कि इससे पहले वर्ष 2015 में डीटीसी के कर्मचारियों ने हड़ताल की थी। उस दौरान हड़ताल की वजह से आम यात्रियों को खासी दिक्कत का सामना करना पड़ा था।