मजिस्ट्रेट के आदेश पर रिहा किए गए डॉ कफील खान, बहराइच अस्पताल में बुखार से पीड़ित बच्चों की जांच के दौरान पुलिस ने किया था गिरफ्तार

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उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जिले गोरखपुर में बाबा राघव दास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज में पिछले साल बड़ी संख्या में मरीज बच्चों की मौत के मामले में सेवा से बर्खास्त किए गए डॉक्टर कफील खान को बहराइच जिला अस्पताल में अव्यवस्था फैलाने के आरोप में शनिवार को गिरफ्तारी के बाद मजिस्ट्रेट के आदेश पर रिहा कर दिया गया है।

File Photo: Indian Express

पीटीआई के मुताबिक, अपर पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप ने रविवार को बताया कि डाक्टर कफील को पुलिस ने शनिवार को बहराइच जिला अस्पताल में अव्यवस्था फैलाने व डाक्टरों से नोकझोंक करने के आरोप में अस्पताल प्रशासन की तहरीर पर मामला दर्ज कर गिरफ्तार किया था। बाद में मजिस्ट्रेट ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया। बता दें कि कफील पर आरोप है कि वह जिला अस्पताल में भर्ती बच्चों की जबरन जांच कर रहे थे।

रिहाई के बाद पुलिस की गाड़ी उनके पीछे थी और शनिवार को ही वह अपने दो साथियों के साथ सुरक्षित बहराइच सीमा से बाहर निकल गए थे। उधर, कफील के भाई अदील ने बताया कि कफील अभी तक गोरखपुर से अपने घर नहीं पहुंचे हैं। उनका आरोप है कि पुलिस ने अब भी डाक्टर कफील को किसी अनजान जगह पर रखा हुआ है। अदील ने बताया कि शनिवार/रविवार की दरम्यानी रात करीब ढाई बजे तक उनकी डाक्टर कफील के वाहन चालक से बातचीत हो रही थी।

उसने बताया था कि कफील को पहले चिलवरिया की सिम्भावली चीनी मिल और बाद में जरवल चीनी मिल में रखा गया, जहां से उन्हें गोरखपुर भेजा जा रहा है। रात ढाई बजे से डाक्टर कफील का मोबाइल बंद है। कफील शनिवार को बहराइच जिला अस्पताल में बच्चों की हुई मौतों के बाद बिना किसी आदेश या बुलावे के वहां पहुंचे थे और कथित तौर पर बच्चों का परीक्षण करने लगे थे। साथ ही वह प्रेस वार्ता भी करना चाह रहे थे, लेकिन पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया था।

गौरतलब है कि डॉक्टर कफील खान को पिछले साल अगस्त में गोरखपुर के बीआरडी मेडिकल कॉलेज में कथित रूप से ऑक्सीजन की कमी से हुई बच्चों की मौत के मामले में आरोपी बनाकर गिरफ्तार किया गया था। घटना के वक्त वह एईएस वार्ड के नोडल अधिकारी थे। बाद में शासन ने उन्हें सेवा से बर्खास्त कर दिया था। हालांकि कुछ माह पहले अदालत ने उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया था।

‘जनता का रिपोर्टर’ से बातचीत में योगी सरकार पर लगाया गंभीर आरोप

बच्चों की मौत मामले में हीरो से विलेन बनने के सवाल पर डॉक्टर कफील खान ने हाल ही में ‘जनता का रिपोर्टर’ से कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने आप को बचाने के लिए किसी न किसी को ‘बलि का बकरा’ बनाना था, क्योंकि खुद उन्हें और हेल्थ मीनिस्टर को लेटर गया था। राजा को बचाने के लिए प्यादे को अपनी जान देनी होती है। तो किसी को तो बकरा बनाना था। जिस प्रकार से मीडिया ने दो दिन हमें फरिश्ता और भगवान का इमेज बना दिया, वह शायद उन्हें अच्छी नहीं लगी। इस वजह से उन्होंने पूरे मुद्दे को डायवर्ड कर दिया।

उन्होंने आगे कहा कि नहीं तो उस वक्त मीडिया और जनता पूछ रही थी कि हेल्थ मीनिस्टर क्या कर रहे हैं? मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस मामले में कैसे जवाबदेह नहीं है? तो अपने आप को बचाने के लिए किसी ना किसी को मारना था। और बाद में बच्चों की मौत का मामला दबाकर डॉ कफील के इर्द गिर्द की खबरें चलने लगी। कितने बच्चे मरे और उनका क्या हुआ सब लोगों ने बोलना छोड़ दिया और सबका ध्यान भटका दिया गया।

 

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