अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने निक्की हेली को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत पद के लिए चुना है। अमेरिकी प्रशासन में कैबिनेट स्तर के पद पर नियुक्त होने वाली वह पहली भारतीय अमेरिकी होंगी।
व्हाइट हाउस में सत्ता परिवर्तन के दौरान ट्रंप द्वारा शीर्ष स्तरीय प्रशासन के लिए चुनी गयीं भारतीय प्रवासियों की 44 वर्षीय बेटी हेली पहली महिला हैं। फैसले से वाकिफ सूत्रों के हवाले से ‘सीएनएन’ ने खबर दी है कि दक्षिण कैरोलिना की भारतीय-अमेरिकी गवर्नर हेली को संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत के पद के लिए चुना गया है।
ट्रंप के सलाहकार उनकी टीम में विविधता और कैबिनेट स्तर के पद पर पहली महिला की नियुक्ति की मांग कर रहे हैं। सबसे पहले ‘पोस्ट एंड कूरियर’ ने ट्रंप की ओर से रिपब्लिकन में तेजी से उभरने वाली हेली को इस पद की पेशकश की खबर दी थी।
South Carolina Gov. Nikki Haley speaks to the crowd after being sworn in for her second term as governor, Wednesday, Jan. 14, 2015, at the state Capitol in Columbia, S.C. (AP Photo/Richard Shiro)दूसरा कार्यकाल संभाल रहीं हेली गवर्नर के तौर पर कारोबार और श्रम मुद्दे पर काम कर चुकी हैं लेकिन उन्हें विदेश नीति का थोड़ा ही अनुभव है।
विभिन्न अमेरिकी सैन्य और राष्ट्रीय सुरक्षा मुद्दों पर उनका दृष्टिकोण रिपब्लिकन पार्टी की सोच के दायरे में रहा है। ट्रंप की पिछले गुरूवार को न्यूयार्क के ट्रंप टावर में हेली से मुलाकात हुई थी। वह ट्रंप प्रशासन में शामिल की जाने वाली पहली महिला और अल्पसंख्यक होंगी, जो संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की अगली राजदूत के रूप में सामंता पावर का स्थान लेंगी।
वह किसी भी प्रशासन में कैबिनेट अधिकारी का दर्जा प्राप्त करने वाली पहली भारतीय अमेरिकी होंगी। कैबिनेट के पद के लिए सीनेट की मंजूरी की आवश्यकता होगी।
भाषा की खबर के अनुसार, हेली प्राइमरी चुनाव के दौरान ट्रंप को लेकर मुखर थीं और उन्होंने रिपब्लिकन प्राइमरी में सिनेटर मार्को रूबियो का समर्थन किया था।
हालांकि, आम चुनावों के पहले उन्होंने अपना रूख बदलते हुए कहा कि वह ट्रंप को वोट देंगी। निम्रता ‘निक्की’ रंधावा, हेली दक्षिण कैरोलिना की पहली अल्पसंख्यक और महिला गवर्नर हैं। रूढिवादी माने जाने वाले इस प्रांत में नस्लीय संघर्ष का लंबा इतिहास रहा है।