एंबुलेंस से ‘समाजवादी’ शब्द हटाने पर बिफरीं डिंपल, पूछा- 2000 के नोट पर हाथी और कमल क्यों?

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नई दिल्ली। चुनाव आयोग के निर्देश पर उत्तर प्रदेश सरकार की एंबुलेंस पर लिखे ‘समाजवादी स्वास्थ्य सेवा’ में ‘समाजवादी’ शब्द को ढ़कने के फैसले पर सवाल उठाते हुए समाजवादी पार्टी (एसपी) नेता डिंपल यादव ने रविवार(26 फरवरी) को कहा कि जब एंबुलेंस सेवा से समाजवादी शब्द हटाने के निर्देश दिए हैं तो 2000 के नोट पर हाथी और कमल क्या कर रहे हैं?

गौरतलब है कि नोटबंदी की घोषणा के बाद जारी हुए 2000 के नोट पर कमल, हाथी और मोर का चित्र है। कमल भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) और हाथी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) का चुनाव चिह्न है, लेकिन डिंपल ने सीधे तौर पर बीजेपी को निशाने पर लिया है।

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्य चुनाव अधिकारी टी. वेंकेटेश ने यूपी के मुख्य सचिव को चिट्ठी लिखकर निर्देश दिया है कि वे समाजवादी एंबुलेंसों से ‘समाजवादी शब्द’ को ढकें। इसके बाद सभी सरकारी एंबुलेंसों में समाजवादी शब्द ढकने का काम शुरू हो गया है।

यूपी में अखिलेश सरकार के जब छह महीने पूरे हुए थे, तब सितंबर 2012 में 108 समाजवादी एंबुलेंस सेवा की शुरुआत हुई थी। इस वक्त उत्तर प्रदेश में ऐसी 1488 एंबुलेंस चल रही हैं। इसके दो साल बाद 2014 में 102 एंबुलेंस सेवा भी शुरू की गई थी।

इसके लिए टोल-फ्री नंबर 108 जारी किया गया था। इस सेवा के माध्यम से आपातकालीन स्थिति में 108 नंबर पर फोन कर 24 घंटे ऐंबुलेंस की सेवा प्राप्त की जा सकती है।

 

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