सोहराबुद्दीन एनकाउंटर मामला: गवाह का दावा- डीजी वंजारा ने दिए थे पूर्व गृह मंत्री हरेन पंड्या की हत्या के आदेश

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गुजरात के बहुचर्चित कथित सोहराबुद्दीन फर्जी एनकाउंटर मामले में हर रोज नए-नए खुलासे होते रहते हैं। गुजरात सहित राष्ट्रीय राजनीति में चर्चा का विषय रहे सोहराबुद्दीन शेख एनकाउंटर मामले में अब एक नया मोड़ आ गया है। इस कथित फर्जी एनकाउंटर मामले की सुनवाई के दौरान विशेष केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) कोर्ट में एक गवाह ने सनसनीखेज खुलासा करते हुए दावा किया है कि पूर्व आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा के इशारे पर सोहराबुद्दीन शेख ने ही गुजरात के पूर्व गृह मंत्री हरेन पांड्या की कथित तौर पर हत्या की थी।

(File Photo/PTI)

 

गवाह ने शनिवार (3 नवंबर) को मुंबई स्थित एक निचली अदालत को बताया कि गुजरात के पूर्व आईपीएस अधिकारी डी जी वंजारा के आदेश पर सोहराबुद्दीन ने पूर्व गृह मंत्री हरेन पंड्या की हत्या की थी। हालांकि इस गवाह के नाम का खुलासा नहीं किया गया है, लेकिन अंग्रेजी अखबार ‘द टाइम्स ऑफ इंडिया’ के मुताबिक गवाह के रूप में कथित गैंगस्टर आजम खान ने यह दावा किया है। आपको बता दें कि वंजारा कथित फर्जी मुठभेड़ मामले में पहले ही आरोपमुक्त हो चुके हैं। इस मामले में गवाही अगले हफ्ते भी जारी रहेगी।

साल 2003 में अहमदाबाद में पंड्या की हत्या हुई थी। गवाह ने कहा कि उसने 2002 में सोहराबुद्दीन से मुलाकात की थी और फिर उसकी दोस्ती सोहराबुद्दीन, उसकी पत्नी कौसर बी और उसके सहयोगी तुलसी प्रजापति से हो गई थी। समचाार एजेंसी पीटीआई/भाषा के मुताबिक अदालत में गवाह ने कहा, ‘‘उस वक्त सोहराबुद्दीन ने मुझे बताया कि उसे गुजरात के गृह मंत्री हरेन पंड्या की हत्या करने के लिए डी जी वंजारा से पैसे मिले थे और उसने वह काम पूरा किया। फिर मैंने उससे कहा कि उसने जो कुछ किया, वह गलत था और उसने एक अच्छे इंसान की हत्या की थी।”

गवाह ने कहा कि वर्ष 2005 में राजस्थान पुलिस ने उसे गिरफ्तार किया था और उदयपुर जेल में उसे रखा गया था जहां उसकी मुलाकात प्रजापति से हुई थी। सीबीआई के विशेष न्यायाधीश एस जे शर्मा के समक्ष अपना बयान दर्ज कराते हुए गवाह ने कहा, ‘‘प्रजापति ने मुझसे कहा कि गुजरात पुलिस ने सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी कौसर बी की हत्या की।” गवाही अगले हफ्ते जारी रहेगी।

गुजरात पुलिस के साथ साल 2005 में एक कथित फर्जी मुठभेड़ में सोहराबुद्दीन और उसकी पत्नी मारी गई थी। बाद में गुजरात एवं राजस्थान पुलिस के साथ एक अन्य कथित फर्जी मुठभेड़ में प्रजापति भी मारा गया था। इन दोनों कथित फर्जी मुठभेड़ों के लिए सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए गए कुल 38 लोगों में से 16 को निचली अदालत आरोपमुक्त कर चुकी है। आरोपमुक्त होने वालों में बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, वंजारा और गुजरात एवं राजस्थान पुलिस के कुछ वरिष्ठ अधिकारी शामिल हैं।

 

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