यौन उत्पीड़न के खिलाफ लड़ने के लिए नादिया मुराद और डेनिस मुकवेज को शांति का नोबेल पुरस्कार

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शांति के क्षेत्र में सराहनीय काम करने के लिए इस वर्ष का शांति का नोबेल पुरस्कार डेनिस मुकवेज और नादिया मुराद को संयुक्त रूप से दिया जाएगा। दोनों को युद्ध और सशस्त्र संघर्ष के दौरान होने वाले यौन हिंसा की रोकथाम के प्रयास के लिए यह पुरस्कार दिया जाएगा। यह पुरस्कार हर साल उस संस्था या व्यक्ति को दिया जाता है, जिसने विश्व शांति के लिए सबसे ज्यादा कोशिश या योगदान दिया हो।

युद्ध और सशस्त्र संघर्ष के दौरान यौन हिंसा को हथियार के रूप में इस्तेमाल को खत्म करने की कोशिशों के लिए दोनों को इस सम्मान से सम्मानित किया जाएगा। ओस्लो में पांच सदस्यों की कमिटी ने डीआर कांगो के डॉक्टर डेनिस मुकवेज और आईएस के आतंक का शिकार हुई यजीदी रेप पीड़िता नादिया मुराद को नोबेल शांति पुरस्कार के लिए चुना है।

नोबेल पीस प्राइज ने ट्वीट करते हुए लिखा, ‘2018 नोबेल शांति पुरस्कार विजेता डेनिस मुक्वेगे ने युद्ध के समय यौन हिंसा के पीड़ितों की रक्षा के लिए अपना जीवन समर्पित किया है। उनकी साथी नादिया मुराद को भी इस पुरस्कार से सम्मानित की गया है, जिसने खुद और दूसरों के खिलाफ दुर्व्यवहार के बारे में जिक्र किया है।’

पुरस्कार चयन समिति ने कहा कि दोनों ही विजेताओं को युद्ध क्षेत्र में यौन हिंसा को हथियार की तरह इस्तेमाल किए जाने की मानसिकता के खिलाफ सराहनीय काम किया है। यौन हिंसा के खिलाफ इनके सर्वोच्च योगदान को देखते हुए नोबेल शांति सम्मान दिया जा रहा है।

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