दिल्ली पुलिस के साइबर सेल ने अज्ञात समूह द्वारा मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें ‘सुल्ली डील्स’ ऐप पर अपलोड करने की शिकायत मिलने के बाद इस संबंध में मामला दर्ज कर लिया है। वहीं, राष्ट्रीय महिला आयोग ने गुरुवार को दिल्ली पुलिस से इस मामले पर 10 दिनों के भीतर रिपोर्ट मांगी है।
दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस को नोटिस जारी कर मामले में विस्तृत कार्रवाई रिपोर्ट मांगी थी। समाचार एजेंसी पीटीआई (भाषा) की रिपोर्ट के मुताबिक, दिल्ली पुलिस के जनसंपर्क अधिकारी (पीआरओ) चिन्मय बिस्वाल ने कहा,‘‘’सुल्ली डील्स’ मोबाइल एप्लिकेशन के संबंध में राष्ट्रीय साइबर अपराध रिपोर्टिंग पोर्टल पर प्राप्त एक शिकायत के आधार पर कार्रवाई करते हुए भारतीय दंड संहिता की धारा 354-ए के तहत बुधवार को मामला दर्ज किया गया है और जांच शुरू की गई है।’’
उन्होंने बताया कि ‘गिटहब’ ऐप को नोटिस भेजकर इस संबंध में विवरण साझा करने को कहा गया है। दिल्ली पुलिस ने साइबर सेल के पुलिस उपायुक्त को जारी किए गए नोटिस में कहा, ‘‘दिल्ली महिला आयोग ने ‘गिटहब’ प्लेटफॉर्म का उपयोग करके इंटरनेट पर कई लड़कियों की तस्वीरें अपलोड करने की मीडिया रिपोर्ट पर स्वत: संज्ञान लिया है।’’
उसने कहा, ‘‘यह बताया गया है कि एक अज्ञात समूह ने गिटहब का इस्तेमाल कर एक ऐप पर रविवार चार जुलाई को ”सुल्ली डील्स” नाम से सैंकड़ों मुस्लिम महिलाओं की तस्वीरें डालीं। ऐसा बताया जाता है कि सुल्ली मुस्लिम महिलाओं के संदर्भ में इस्तेमाल किए जाने वाला एक अपमानजनक शब्द है।’’
आयोग ने बताया था कि मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, यह ऐप तब प्रकाश में आया, जब लोगों ने ट्विटर पर ‘सुल्ली डील ऑफ द डे’ शब्दों के साथ तस्वीरें साझा करना शुरू कर दिया। डीसीडब्ल्यू ने कहा, ”कई महिलाओं को अपनी तस्वीरें प्रसारित होने के बाद सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म छोड़ना पड़ा। यह एक बहुत ही गंभीर मामला है और साइबर अपराध के समान है।’’