दिल्ली पुलिस ने जामिया-न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में संनागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) के खिलाफ प्रदर्शन के दौरान हुई हिंसा के मामले में मंगलवार (18 फरवरी) को अदालत में आरोपपत्र दाखिल कर दिया। इसमें शरजील इमाम पर उकसाने का आरोप लगाया गया है।

मुख्य मेट्रोपोलिटन मजिस्ट्रेट गुरमोहन कौर की अदालत में आरोपपत्र दायर करते हुए पुलिस ने कहा कि सीसीटीवी फुटेज, कॉल रिकॉर्ड्स और 100 से अधिक गवाहों के बयान बतौर प्रमाण संलग्न किए गए हैं। बता दें कि, अदालत ने राजद्रोह के मामले में गिरफ्तार किए गए शरजील इमाम को तीन मार्च तक न्यायिक हिरासत में भेज दिया है।
बता दें कि, जामिया मिल्लिया इस्लामिया और अलीगढ़ में भड़काऊ भाषण देने के आरोप में शरजील इमाम को 28 जनवरी को बिहार के जहानाबाद से गिरफ्तार किया गया था। इमाम के खिलाफ 26 जनवरी को देशद्रोह और अन्य आरोपों में मामला दर्ज किया गया था।
Delhi Police: So far 17 arrests have been made in the case- 9 from New Friends Colony and 8 from Jamia area, all of them are locals. PFI's role is also being examined. https://t.co/ljPy58nqbb
— ANI (@ANI) February 18, 2020
गौरतलब है कि, 15 दिसंबर को जामिया मिल्लिया इस्लामिया विश्वविद्यालय के छात्रों और स्थानीय निवासियों सहित कई प्रदर्शनकारियों के एक समूह ने नागरिकता संशोधन अधिनियम (सीएए) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) के विरोध में संसद तक विरोध मार्च निकाला था, जिसे मथुरा रोड पर पुलिस द्वारा रोक दिया गया था। न्यू फ्रेंडस कॉलोनी में पुलिस के साथ हुई झड़प के बाद प्रदर्शनकारियों ने चार बसों और दो पुलिस वाहनों को जला दिया था।
पुलिस ने प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज किया था और विश्वविद्यालय परिसर में घुसने से पहले भीड़ को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े थे, जिसमें कई छात्र घायल भी हुए। छात्रों, पुलिस कर्मियों और दमकल कर्मियों सहित करीब 60 लोग घायल हुए थे। पुलिस ने हिंसा में कथित तौर पर शामिल कई लोगों को हिरासत में लिया था। (इंपुट: भाषा के साथ)