भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की वरिष्ठ नेता और पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज की मंगलवार रात दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। वह 67 साल की थीं। सुषमा स्वराज के निधन से देश में शोक की लहर है। अपने सौम्य आचरण और ओजस्वी भाषण से भारतीय राजनीति में अलग पहचान रखने वाली सुषमा स्वराज केंद्रीय मंत्री बनने से पहले दिल्ली की सीएम भी रही थीं। सुषमा स्वराज के निधन के साथ ही दिल्ली ने पिछले एक साल से कम समय के अंतराल में अपने तीन पूर्व मुख्यमंत्री खो दिए हैं।
गौरतलब है कि सुषमा अक्टूबर से दिसंबर 1998 तक दिल्ली की सीएम रह चुकी थीं। मंगलवार की रात हृदय गति रुक जाने से उनका निधन हो गया। इससे पहले, पिछले ही महीने दिल का दौरा पड़ने से ही दिल्ली की तीन बार की सीएम रहीं शीला दीक्षित का भी निधन हो गया था। बीती 20 जुलाई को दिल्ली के फोर्टिस एस्कार्ट्स अस्पताल में शीला ने अंतिम सांस ली थी। वह साल 1998 से 2013 तक लगातार 15 सालों तक दिल्ली की मुख्यमंत्री रही थीं।
वहीं, साल 1993 से 1996 तक दिल्ली के मुख्यमंत्री रहे मदन लाल खुराना का निधन पिछले साल अक्टूबर में हो गया था। 82 वर्षीय खुरान लंबे समय से बीमार चल रहे थे। दिल्ली के सीएम के अलावा वह साल 2004 में राजस्थान के राज्यपाल भी बनाए गए थे। वह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और बीजेपी के सदस्य रहे। इस तरह से एक साल से भी कम समय के अंतराल में दिल्ली ने अपने तीन पूर्व मुख्यमंत्रियों को खो दिया।
बता दें कि, दिल का दौरा पड़ने के बाद मंगलवार रात करीब 10 बजकर 15 मिनट पर उन्हें दिल्ली स्थित ऑल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) में भर्ती कराया गया था। डॉक्टरों ने उन्हें बचाने की कोशिश की लेकिन सफल नहीं हुए। सुषमा स्वराज के निधन पर दिल्ली सरकार ने दो दिवसीय राजकीय शोक की घोषणा की है। राज्य में इस दो दिन तक कोई सांस्कृतिक कार्यक्रम नहीं होगा।
सुषमा स्वराज मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में विदेश मंत्री थीं। वह अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में भी मंत्री रही थीं। 16वीं लोकसभा में वह मध्य प्रदेश के विदिशा से सांसद चुनी गई थीं। लेकिन इस बार उन्होंने खराब स्वास्थ्य की वजह से चुनाव नहीं लड़ने का फैसला किया था। विदेश मंत्री रहते हुए वह सोशल मीडिया पर शिकायतों को सुनने और उनके निपटारे के लिए काफी लोकप्रिय थीं। (इंपुट: भाषा के साथ)