राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में रविवार को सामूहिक बलात्कार की शिकार 14 वर्षीय लड़की ने डैम तोड़ दिया और निर्भयki तरह वो भी अपने साथ हमारे समाज केलिए कई सवाल छोड़ कर चली गई।
इस पीड़िता को कई बार वहशी दरिंदों ने अपनी हवस का निशान बनाया था, और उसके बाद भी जब उनकी हैवानियत ख़त्म न हुई तो उन लोगों ने उसे जबरन जहरीला पदार्थ पिला दिया गया था।
गौरतलब है किइस घटना से क्षुब्ध डीसीडब्ल्यू प्रमुख ने केंद्र और दिल्ली पुलिस पर महिला सुरक्षा के मुद्दे पर जमकर भड़ास निकाली।
पीड़िता के देहांत के बात मालीवाल ने ट्विटर पर लिखा, “उसकी अभी अभी मृत्यु हो गयी, दिल्ली ने एक और निर्भय को निराश किया. वो बहुत दर्द में थी और उसके गुनहगार अब भी खुलेआम घूम रहे हैं। ”
She died just now. Delhi again failed her Nirbhaya. She suffered so much pain. N her perpetrators were roaming free! https://t.co/wImFxjcPyz
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) July 24, 2016
मालीवाल ने रविवार को ट्विटर पर लिखा था , ‘दिल्ली को और कितने निर्भया की जरूरत है? हम अगले निर्भया के मरने का इंतजार करते रहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘लड़की को जबरन जहरीला पदार्थ खिलाया गया जिससे उसके अंदरूनी अंग पूरी तरह खराब हो गए और उसकी काफी दर्दनाक स्थिति में मौत हो गई।’
उन्होंने कहा कि आयोग द्वारा डीसीपी (उत्तर) को नोटिस जारी करने के बाद खुलेआम घूम रहे आरोपी को गिरफ्तार किया गया।
पीटीआई भाषा की एक खबर के अनुसार, उन्होंने केंद्र से गृह मंत्री राजनाथ सिंह की अध्यक्षता में महिला सुरक्षा पर उच्चस्तरीय मंत्रिमंडल समिति गठित करने को कहा। मालीवाल ने ट्वीट कर कहा, ’14-वर्षीय पीड़ित के अभिभावकों के साथ हूं जो काफी गरीब और शोकाकुल हैं। दिल्ली और कितने निर्भया चाहती है? हम सब अगली निर्भया की मौत का इंतजार करते रहते हैं।’ उन्होंने कहा, ‘गृह मंत्रालय ने महिला सुरक्षा विशेष कार्यबल को दिल्ली में भंग कर जख्म पर और नमक छिड़क दिया।’
मालीवाल ने कहा, ‘वह मर चुकी है। हमारी व्यवस्था जिम्मेदार है। कभी इतना असहाय महसूस नहीं किया। कुछ करने की जरूरत है।’ मालीवाल ने हाल में दिल्ली में महिला सुरक्षा पर बने विशेष कार्यबल को भंग करने के लिए केंद्र की आलोचना की। इसका गठन 2013 में निर्भया गैंगरेप के बाद किया गया था।