26/11 मुंबई आतंकी हमले के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली के सौतेले भाई दानियाल गिलानी शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पाकिस्तानी प्रतिनिधिमंडल के साथ भारत आए थे।
26/11 के मुंबई हमलों के मास्टरमाइंड के करीबी रिश्तेदार को वीज़ा देने से खुफिया अधिकारियों द्वारा संभव विलंब पर प्रश्न उठाए जा रहे हैं। विदेश मामलों के मंत्रालय ने अपने फैसले का बचाव करते हुए कहा कि दानियाल गिलानी का आतंकवाद से कोई तार जुड़े नहीं मिले।
दानयाल गिलानी पाकिस्तान की सिविल सेवा में अधिकारी है। दानयाल केंद्रीय फिल्म सेंसर बोर्ड के चेयरमैन होने के साथ मिनिस्टर्स ऑफिस के डायरेक्टर भी हैं। वह पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ के कार्यालय में प्रेस सचिव भी रह चुके हैं।
गिलानी ने इंडिया टुडे से बात करते हुए कहा ‘मैं एक ईमानदार पाकिस्तानी सिविल सर्वेंट हूं। किसी का नातेदार होना पाप नहीं है, मैं तो सिर्फ अपने देश की सेवा कर रहा हूं।’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक हेडली और दानयाल के पिता एक ही हैं, जबकि मां अलग-अलग हैं। हेडली और दानयाल की आखिरी बार मुलाकात पिता सैय्यद सलीम गिलानी की मौत के वक्त दिसंबर 2008 में हुई थी। दानयाल इस बात से भी इनकार करते रहे हैं कि उन्हें डेविड हेडली के आतंकी संपर्कों के बारे में कोई जानकारी थी। डेविड हेडली फिलहाल अमेरिकी जेल में 26/11 हमले को लेकर सजा काट रहा है।
रिपोर्ट के मुताबिक बताया जा रहा है कि गिलानी सिर्फ पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के अंतिम संस्कार में ही शामिल हुआ। वह पाकिस्तान के कार्यवाहक कानून मंत्री सैयद अली जफर और विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के बीच औपचारिक बैठक में मौजूद नहीं था।
अधिकारियों के मुताबिक औपचारिक बैठक में पाकिस्तान के उच्चायुक्त सोहेल मेहमूद, कार्यवाहक कानून मंत्री सैयद अली जफर और विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता व दक्षिण एशिया के महानिदेशक मेहमूद फैजल ही शामिल थे। दानियाल गिलानी ने खुद इस औपचारिक बैठक को लेकर ट्वीट किया है।
Pakistan’s Federal Minister for Law and Information Syed Ali Zafar meets India’s Minister for External Affairs @SushmaSwaraj in New Delhi extending condolences on the demise of former Indian PM Atal Bihari Vajpayee. @SyedAliZafar1 pic.twitter.com/mjBJA3oKtR
— Danyal Gilani (@DanyalGilani) August 17, 2018