नोएडा: दरोगा ने जिम ट्रेनर को मारी गोली, परिजनों ने लगाया ‘फर्जी एनकाउंटर’ का आरोप, ASI गिरफ्तार, इलाके में तनाव

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उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ के मुख्यमंत्री बनने के बाद एक के बाद एक लगातार कई एनकाउंटर हुए जिसमे कई नामी अपराधियों को पुलिस ने ढेर कर दिया। इस बीच राजधानी दिल्ली से सटे नोएडा में कथित तौर पर ‘फर्जी एनकाउंटर’ ने सरकार पर सवाल खड़े कर दिए हैं। आरोप है कि नोएडा के सेक्टर 122 में शनिवार (3 फरवरी) रात दारोगा ने कुछ सिपाहियों के साथ मिलकर पास के गांव में ही रहने वाले जितेंद्र कुमार यादव को गोली मार दी। एक दूसरे युवक को भी पैर में गोली मारी गई है। दोनों घायलों का अस्पताल में इलाज चल रहा है।

Photo: Hindi.Oneindia.com

वहीं, मामला बढ़ने पर आरोपी एएसआई को गिरफ्तार कर लिया गया है। एसएसपी नोएडा लव कुमार ने बताया कि, ‘इस मामले में चार आरोपी पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही आरोपी दारोगा को गिरफ्तार कर लिया गया है। घटना में इस्तेमाल हुई रिवॉल्वर भी सीज कर दी गई है। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ 307 का मुकदमा दर्ज किया है।

परिवार का आरोप है कि दारोगा ने नकली एनकाउंटर करने की कोशिश की है। मीडिया रिपोर्टों में दावा किया जा रहा है कि दारोगा और शख्स में कोई पुरानी रंजिश थी। एसएसपी ने कहा है कि जांच की जाएगी और अगर पुलिस अधिकारी दोषी साबित हुए तो उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। पीड़ित युवक जीतेंद्र यादव को गंभीर हालत में नोएडा के फोर्टिस अस्पताल में भर्ती कराया है।

जीतेंद्र के परिजनों का आरोप है कि सीएनजी स्टेशन पर कहासुनी के बाद नशे में धुत यूपी पुलिस के दारोगा ने उसे गोली मार दी। जीतेंद्र जिम ट्रेनर है। मामले की जानकारी होते ही आसपास के लोगों ने अस्पताल का घेराव और पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। फोर्टिस में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे जितेंद्र के परिवार का आरोप है कि रात में फर्जी एनकाउंटर करने की कोशिश थी।

घटना के वक्त जिम वाले दोस्त भी थे, जिन्हें पुलिस ने गायब कर दिया है। जानकारी के मुताबिक, जितेंद्र पर्थला गांव में जिम चलाता है। उसका कोई क्रिमिनल रिकॉर्ड नहीं है। गोली गले में लगी है और रीढ़ की हड्डी में अटक गई है। घरवालों के मुताबिक जितेंद्र रात को लगभग 10 बजे जब बहरामपुर से अपनी बहन की सगाई से लौट रहा था, पुलिस ने जानबूझ कर व्यक्तिगत कारणों से सीधा गर्दन पर ही गोली चलाई।

वहीं, डीजीपी ऑफिस ने नोएडा के एसएसपी लव कुमार से इस मामले पर रिपोर्ट मांगी है। डीआईजी लव कुमार मामले की निष्पक्ष जांच की बात कह रहे हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, जितेंद्र अपने चाचा और अन्य दोस्तों के साथ अपनी बहन की सगाई कर लौट रहा था। आरोप है कि तभी नशे मे धुत सेक्टर 122 में चौकी इंचार्ज विजयदर्शन शर्मा ने 3 अन्य सिपाहियों के साथ जितेंद्र की गाड़ी को ओवरटेक कर रोका।

चौकी इंचार्ज ने जितेंद्र के साथ गालीगलौज करते हुए मारपीट की और गोली मार दी। नवभारत टाइम्स के मुताबिक, जितेंद्र के परिजनों का आरोप है कि चौकी इंचार्ज विजयदर्शन घटना के वक्त नशे में थे और उन्होंने जितेंद्र पर बंदूक तानते हुए कहा कि प्रमोशन का सीजन है और उनका प्रमोशन रह गया है एक-दो को टपकाना पड़ेगा। परिवारवालों का आरोप है कि जितेंद्र को यादव होने के कारण गोली मारी है।

गांववालों का कहना है कि 10-12 दिन पहले कुछ पुलिसकर्मी पास की मार्केट में उगाही करने आए थे, जिसको लेकर जितेन्द्र का चौकी इंचार्ज से विवाद भी हुआ था। गांववालों ने मांग है कि 24 घंटों के भीतर आरोपी पुलिसवालों को गिरफ्तार किया जाए। साथ ही उन्होंने 50 लाख मुआवजे की भी मांग की है। मांग पूरी न होने पर एनएच-24 जाम करने की धमकी भी दी है।

 

 

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