कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और आनंदपुर साहिब से पार्टी सांसद मनीष तिवारी ने बुधवार को कहा कि उनके गृह राज्य में जिस तरह की राजनीति हो रही है, वह दुर्भाग्यपूर्ण है। उनके मुताबिक, यह एक संवेदनशील सीमावर्ती राज्य है, इसलिए पाकिस्तान इस हालात का फायदा उठाने की कोशिश कर सकता है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि, कैप्टन सिंह ने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो रही है।
तिवारी ने कहा, पंजाब कृषि कानूनों के खिलाफ गुस्से से चल रहा है और इन परिस्थितियों में राज्य में चल रही राजनीति राज्य की स्थिरता पर गंभीर सुरक्षा प्रभाव डाल सकती है। उन्होंने आगे कहा कि आतंकवाद के दौरान पंजाब ने लगभग 25,000 लोगों को खो दिया, जिनमें ज्यादातर कांग्रेस कार्यकर्ता थे और आशंका यह है कि पाकिस्तान में गहरे राज्य चीजों को अस्थिर करने के लिए अपनी मशीनरी का इस्तेमाल करने की कोशिश कर सकते हैं।
तिवारी ने कैप्टन की तारीफ में कहा, कैप्टन सिंह ने जो भविष्यवाणी की थी वह सच हो रही है। हममें से बड़ी संख्या में जो पक्षपातपूर्ण राजनीति के कट और जोर से परे चीजों को देखते हैं, उनकी चिंता यह है कि किसानों के आंदोलन के कारण सामाजिक उथल-पुथल को देखते हुए इसका पंजाब की व्यापक स्थिरता पर प्रभाव पड़ेगा। उन्होंने आगे कहा, कैप्टन अमरिंदर सिंह बेहद लंबे नेता हैं, वह मेरे दिवंगत पिता के करीबी दोस्त थे। हम एक-दूसरे को दशकों से जानते हैं, इसलिए उन परिस्थितियों में, मुझे लगता है कि कैप्टन अमरिंदर सिंह अपने लिए सबसे अच्छी स्थिति में हैं।
तिवारी ने सिद्धू पर बिना नाम लिए निशाना साधा और कहा, ‘दुर्भाग्यपूर्ण बात ये है कि जिन्हें जिम्मेदारी दी गई थी वो पंजाब को समझ नहीं पाए। कैप्टन अमरिंदर सिंह हम सबलोगों के बुजुर्ग हैं और पंजाब के बेहद कद्दावर नेता हैं। जो राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों को बेहतर तरीके से समझते हैं। इसलिए ये बहुत जरूरी है कि पंजाब में राजनीतिक स्थिरता बहाल होनी चाहिए। चुनाव एक पहलू है, लेकिन राष्ट्र हित दूसरा पहलू है।’
मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के मंत्रिमंडल के पहले विस्तार से नाखुश सिद्धू ने मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा दे दिया। नवजोत सिंह सिद्धू के इस्तीफे के बाद से पार्टी में सियासी घमासान मचा हुआ है। सिद्धू ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष के पद से अचानक इस्तीफा देकर पार्टी के लिए फिर से संकट की स्थिति पैदा कर दी।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को लिखे त्यागपत्र में उन्होंने कहा, “व्यक्ति के ज़मीर का पतन समझौते करने से होता है। मैं पंजाब के भविष्य और पंजाब के लोगों के वेलफ़ेयर के एजेंडे पर कभी समझौता नहीं कर सकता। इसलिए मैं पंजाब प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष पद से इस्तीफ़ा देता हूं। मैं कांग्रेस की सेवा करता रहूंगा।”
दो बार पंजाब के मुख्यमंत्री रह चुके अमरिंदर सिंह ने मंगलवार को सिद्धू का नाम लिए बिना उन्हें अस्थिर व्यक्ति बताया। सिद्धू के इस्तीफे के बाद अमरिंदर सिंह ने ट्वीट कर कहा था, मैंने पहले ही ऐसा कहा था.. वह स्थिर व्यक्ति नहीं हैं और सीमावर्ती राज्य पंजाब के लिए फिट नहीं हैं।