महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे नीत ‘महाराष्ट्र विकास आघाडी’ गठबंधन सरकार ने राज्य विधानसभा में शनिवार को विश्वासमत हासिल कर लिया। उद्धव ठाकरे सरकार को 288 सदस्यों वाली विधानसभा के फ्लोर टेस्ट में 169 विधायकों ने समर्थन दिया, जबकि 4 विधायकों ने किसी के भी पक्ष में वोट नहीं दिया।
2 बजे शुरू हुई कार्यवाही में विपक्ष के भारी हंगामे और सदन से भाजपा और उसके घटक दलों के वॉकआउट के बीच उद्धव ठाकरे सरकार ने सदन में बहुमत सिद्ध कर दिया। भाजपा के सदस्यों ने वॉकआउट कर दिया था, इसलिए वोटिंग के दौरान सरकार के खिलाफ एक भी वोट नहीं पड़ा।
विधानसभा के अस्थायी अध्यक्ष (प्रोटेम स्पीकर) दिलीप वाल्से पाटिल ने सदन को बताया कि कुल 169 विधायकों ने विश्वासमत के समर्थन में वोट किया। उन्होंने बताया कि चार विधायकों ने मतदान में हिस्सा नहीं लिया। प्रस्ताव के खिलाफ किसी ने वोट नहीं किया क्योंकि 288 सदस्यीय विधानसभा में विधायकों की गिनती शुरू होने से पहले ही भाजपा के सभी 105 विधायक वाकआउट कर गए।
इस गठबंधन में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) और कांग्रेस शामिल हैं। गौरतलब है कि, 21 अक्टूबर को हुए महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में भाजपा 105 सीटों पर जीत के साथ सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरी थी। वहीं, शिवसेना को 56, राकांपा को 54 और कांग्रेस को 44 सीटों पर जीत मिली थी।
Total votes in favour of #MahaVikasAghadi Government are 169. https://t.co/4COWoHgoq3
— ANI (@ANI) November 30, 2019
कार्यवाही शुरू होने से पहले मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे दोपहर करीब 12.45 बजे विधानसभा पहुंच गए थे। बहुमत परीक्षण से पहले यहां उन्होंने सबसे पहले छत्रपति शिवाजी महाराज की मूर्ति को माला पहनाई। वहीं, एनसीपी नेता सुप्रिया सुले और पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस भी महाराष्ट्र विधानसभा पहुंच गए थे।