दिल्ली स्थित जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय (JNU) में रविवार की शाम को हुई हिंसा के खिलाफ हो रहे विरोध प्रदर्शन के दौरान गुजरात के अहमदाबाद में एबीवीपी और एनएसयूआई कार्यकर्ताओं के बीच झड़प हो गई। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को वहां से तितर-बितर किया। इस घटना का वीडियो अब सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक,एनएसयूआई के नेता और कार्यकर्ता अहमदाबाद में शांतिपूर्ण तरीके से जेएनयू में छात्रों पर हुए हमले का विरोध कर रहे थे। इसी दौरान एबीवीपी से जुड़े लोगों ने उनके ऊपर हमला कर दिया। दोनों गुटों में बीच लाठी-डंडे चले तथा जमकर पथराव भी हुआ। जिसमें दोनों गुटों से कई लोग घायल हो गये है। इस दौरान पुलिस भी मौके पर मौजूद थी। इसके बाद मौके पर मौजूद पुलिस ने लाठी चार्ज कर भीड़ को वहां से तितर-बितर किया।
बताया जा रहा है कि इस घटना में एनएसयूआई के कई कार्यकर्ता गंभीर रुप से घायल हो गए है। उन्होंने आरोप लगाया है कि एनएसआईयू के कार्यकर्ता शांतिपूर्ण तरीके से विरोध कर रहे थे, इसी दौरान एबीवीपी कार्यकर्ताओं ने सामने से हमला किया। NSUI कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन पर लाठियों और पाइप से हमला किया गया।
#WATCH Clash between ABVP and NSUI workers in Ahmedabad, Police resorted to lathi charge to disperse the crowd. NSUI was protesting near ABVP officer over #JNUViolence when clash broke out. Around 10 people injured. (note: abusive language) #Gujarat pic.twitter.com/R7vvvYiit5
— ANI (@ANI) January 7, 2020
The state sponsor violence is going continue. Here is the clear proof that when NSUI Gujarat protest peacefully RSS goons include @DrRutvij President Gujarat @BJYM and President of ABVP Ahmedabad Naresh Desai attack on protesters.#BanABVP #AkhilBhartiyaViolenceParishad pic.twitter.com/88f2aVALJ9
— NSUI (@nsui) January 7, 2020
गौरतलब है कि जेएनयू परिसर में रविवार रात लाठियों और लोहे की छड़ों से लैस कुछ नकाबपोश बदमाशों ने परिसर में प्रवेश कर छात्रों तथा शिक्षकों पर हमला कर दिया था और परिसर में संपत्ति को नुकसान पहुंचाया था। बाद में प्रशासन को पुलिस को बुलाना पड़ा। JNU में हुई हिंसा में तकरीबन 30 छात्र घायल हुए हैं। इस मारपीट में छात्रसंघ की अध्यक्ष आइशी घोष को काफी चोटें आई।
दिल्ली पुलिस ने बताया कि अभी मामले में कोई गिरफ्तारी नहीं हुई है और मामले को क्राइम ब्रांच को ट्रांसफर कर दिया गया है जिसने कुछ अहम सुराग मिलने का दावा किया है। अब तक किसी तरह की गिरफ्तारी न होने पर विभिन्न राजनीतिक पार्टियों ने सवाल खड़े करने शुरू कर दिए हैं।