पाकिस्तान में लगातार बढ़ रहे भ्रष्टाचार का असर करोड़ों डॉलर की लागत वाले चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारा (CPEC) प्रोजेक्ट पर भी पड़ा है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने बड़ा कदम उठाते हुए अस्थायी रूप से CPEC के तहत बन रहे कम से तीन बड़े रोड परियोजनाओं के लिए फंड रोक दिया है।
Photo: Dawn.comन्यूज एजेंसी PTI की रिपोर्ट के मुताबिक, मंगलवार (5 दिसंबर) को जारी पाकिस्तान के लीडिंग न्यूजपेपर डॉन की रिपोर्ट के अनुसार चीन के इस कदम से पाकिस्तान के अधिकारी स्तब्ध हैं। बता दें कि सीपीईसी चीन की प्रमुख ओबीओआर (वन बेल्ट वन रो़ड) परियोजना का ही हिस्सा है।
न्यूजपेपर ‘डॉन’ के अनुसार चीन सरकार के इस फैसले के कारण पाकिस्तान नेशनल हाइवे अथॉरिटी (NHA) के अरबों डॉलर की सड़क परियोजनाओं को झटका लगेगा। इसके कारण कम से कम तीन परियोजनाओं में देरी की आशंका पैदा हो गई है। एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी के अनुसार पेइचिंग द्वारा नई गाइडलाइंस जारी होने के बाद अब फंड जारी किया जाएगा।
CPEC चीन के प्रतिष्ठित ‘वन बेल्ट वन रोड’ परियोजना का हिस्सा है। यह परियोजना पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) के हिस्से से भी गुजरेगी। इस परियोजना के जरिए चीन का शिनजियांग इलाका पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत से जुड़ेगा। चीन द्वारा फंड रोके जाने के कारण जिन रोड परियोजनाओं पर असर पड़ेगा उनमें 210 किलोमीटर लंबा डेरा इस्माइल खान-झोब रोड 81 अरब की लागत से बन रहा है।
इसके अलावा 110 किलोमीटर लंबा खुजदार-बसिमा रोड करीब 20 अरब की लागत से बन रहा है। तीसरी परियोजना जो फंड रोके जाने से प्रभावित हो सकती है वह है रायकोट से थाकोट के बीच काराकोरम हाइवे। 136 किलोमीटर लंबी इस सड़क के निर्माण पर करीब 8.5 अरब रुपये खर्च होने का अनुमान है।