भारत के अलग-अगल राज्यों से हर रोज कोई न कोई ऐसी तस्वीर सामने आ ही जाती है, जिसे देखकर हमें शर्मसार होना पड़ता है। देश के किसी राज्य में जब कोई गरीब व्यक्ति बीमार होता है तो वो सरकारी अस्पतालों का सहारा लेता है, लेकिन जब सरकारी अस्पतालों से भी गरीबों को दुत्कार दिया जाएगा तो उनपर क्या बितती होगी उसका अंदाजा आप इसी ख़बर से लगा सकते है। जिसका ताजा मामला छत्तीसगढ़ के जशपुर से सामने आया है जो बेहद ही शर्मनाक है।
फोटो- ANIयहां अस्पताल कर्मियों की लापरवाही और मनमाने ढंग से अस्पताल को संचालित करने के चलते एक स्थानीय महिला का खुले में प्रसव करवाना पड़ा। संस्थागत प्रसव कराने प्राथमिक उप स्वास्थ्य केंद्र पहुंची गर्भवती महिला ने अस्पताल बन्द होने से खुले आसमान के नीचे ही खेल मैदान में बच्चे को जन्म दे दिया।
वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के कर्मी और अस्पताल के लोग बड़ी बेशर्मी से इस मामले से पल्ला झाड़ रहे है।अस्पताल के लोगों का कहना है कि, कोई ताला बंद नही था।
Chhattisgarh: Woman delivered a child in an open ground in Jashpur as primary health centre had not opened for the day (21.8.17) pic.twitter.com/WwZStXLRi8
— ANI (@ANI) August 22, 2017
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, यह पूरा मामला जशपुर जिले के बगीचा ब्लॉक के घुघरी पंचायत का है, जहां के उपस्वास्थ्य केंद्र में ताला लगे होने के चलते एक महिला को खुले आसमान के नीचे बच्चे को जन्म देना पड़ा। ख़बरों के मुताबिक, बीते शनिवार की रात को संपत्ति बाई नाम की एक महिला अपनी ननद के साथ 2 किमी दूर उपस्वास्थ्य केंद्र घुघरी प्रसव पीड़ा से कराहते हुए पैदल पहुंची।
लेकिन उपस्वास्थ्य केन्द्र में ताला लटका मिला। काफी देर तक वह इस इंतजार में तड़पती रही कि शायद कोई डॉक्टर या नर्स पहुंचे और अस्पताल का ताला खुल जाए। आखिरकार जब कोई भी मेडिकल स्टाफ वहां नहीं पहुंचा तो वह ननद के साथ वापस घर लौट गई। इसी दौरान रास्ते में उसने स्कूल के बीच मैदान में आसमान के नीचे ही उसने बच्चे को जन्म दिया।
एक न्यूज़ वेबसाइट की ख़बर के मुताबिक, इस मामले में जब घुघरी उपस्वास्थ्य केंद्र के प्रभारी डॉक्टर डी आर साहू से बात की गई तो उन्होंने इस मामले से पल्ला झाड़ते हुए कहा कि अस्पताल में ताला बंद नहीं था उनका कहना है कि वहां स्टाफ नर्स रहती है।