गुजरात में पूर्व विधायक तथा प्रदेश बीजेपी के पूर्व उपाध्यक्ष जयंती भानुशाली (54) की गत आठ जनवरी को चलती हुई ट्रेन के फर्स्ट एसी कोच में सनसनीखेज हत्याकांड मामले में मुख्य आरोपी बीजेपी के पूर्व विधायक छबील पटेल को पुलिस ने अहमदाबाद एयरपोर्ट से गिरफ्तार कर लिया है। छबील पटेल के खिलाफ पहले ही पुलिस ने वॉरंट जारी कर रखा था। राज्य के अबदासा विधानसभा क्षेत्र की पूर्व विधायक भानुशाली की हत्या गोली मारकर भुज-दादर एक्सप्रेस में बचाऊ और समखियाली के बीच आठ जनवरी को कर दी गई थी।

पुलिस गत दो जनवरी को ही विदेश (मस्कट) भाग गए छबील पटेल और भूमिगत हो गई मनीषा की तलाश कर रही थी।इससे पहले भानुशाली की हत्या मामले में पुलिस महाराष्ट्र के दो लोगों को गिरफ्तार कर चुकी है। इस मामले में मुख्य साजिशकर्ता और एक अन्य पूर्व विधायक छबील पटेल ने दोनो से मुंबई में मिलकर 30 लाख रूपये में हत्या कराने की बात तय की थी और पांच लाख रूपये बतौर एडवांस दिए थे। दोनो हत्यारे अहमदाबाद और भुज आए थे और हत्या की योजना पहले 31 दिसंबर को थी।
गत 17 फरवरी को पुलिस के महानिदेशक, सीआईडी (अपराध) आशीष भाटिया ने गिरफ्तार किए गए दो निशानेबाजों की पहचान शशिकांत काम्बले और अशराफ शेख के रूप में की थी। दोनों महाराष्ट्र के यरवदा के निकट पुणे के रहने वाले हैं। भाटिया ने बताया था कि पुणे के येरवडा निवासी दोनो अपराधियों शशिकांत कांबले और अशरफ शेख को दक्षिण गुजरात के डांग जिले के सापुतारा से पकड़ लिया गया है।
इस सनसनीखेज हत्या की गुत्थी सुलझाने का दावा करते हुए पुलिस ने पहले बताया था कि इसका षडयंत्र कांग्रेस से बीजेपी में आए पूर्व विधायक छबील पटेल ने भानुशाली से रंजिश रखने वाली एक महिला मनीषा गोस्वामी के साथ मिलकर रचा था। भानुशाली की गत सात-आठ जनवरी की दरम्यानी रात को उस समय मोरबी जिले में चलती ट्रेन में उक्त दो भाड़े के हत्यारों ने गोली मार कर हत्या कर दी थी, जब वे सयाजीनगरी एक्सप्रेस के एच 1 कोच में भुज से अहमदाबाद आ रहे थे।
भानुशाली वर्ष 2007 से 2012 तक कच्छ जिले की अब्डासा सीट पर बीजेपी के विधायक थे। पटेल ने 2012 में तत्कालीन कांग्रेस प्रत्याशी के तौर पर उन्हें हराया था। इसके दो साल बाद वह भी बीजेपी में शामिल हो गए थे, लेकिन 2014 के उपचुनाव और 2017 के विधानसभा चुनाव में वह बीजेपी प्रत्याशी के तौर पर पराजित हो गए थे। उनके और भानुशाली के बीच एक ही दल में रहने के बावजूद कड़ी राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता थी जो शत्रुता तक पहुंच गई थी।
पिछले साल जुलाई में भानुशाली को उस समय बीजेपी उपाध्यक्ष पद छोड़ना पड़ा था, जब एक अन्य महिला ने उनपर यौन शोषण का आरोप लगाया था, हालांकि बाद में उसने यह मामला वापस ले लिया था। आरोप है कि छबील पटेल ने राजनीतिक दुश्मनी के चलते ही जयंती भानुशाली की हत्या कराई थी। फिलहाल, पुलिस मामले की जांच कर रही है और आज पटेल की गिरफ्तारी के बाद इस हत्याकांड में कई रहस्यों का खुलासा हो सकता है।